
- जैला को सौंप दिया जावाल पर प्रभार झेला ही नहीं
- ग्राम पंचायत को नहीं मिल रहा ग्राम विकास अधिकारी
- सिरोही पंचायत समिति के पास कोई वीडीओ तक नहीं
सिरोही. नगर पालिका से हाल ही में वापस ग्राम पंचायत का दर्जा हासिल करने वाले जावाल को विकास के पंख लगना अभी दूर की कौड़ी लग रहा है। ग्राम पंचायत बनाए जाने के बावजूद यहां ग्राम विकास अधिकारी लगाया ही नहीं है। लिहाजा ग्रामीणों को आवश्यक कार्यों के लिए भटकना पड़ रहा है। जिस कस्बे को नगर पालिका से वापस पंचायत बनाया गया हो, वहां ग्राम विकास अधिकारी की नियुक्ति नहीं होना भी विड़म्बना ही है। पंचायत समिति के विकास अधिकारी बताते हैं कि अभी उनके पास कोई ग्राम विकास अधिकारी नहीं है इसलिए नहीं लगा पाए। जैला के वीडीओ को चार्ज दिया था पर वे नहीं आए।
अतिरिक्त चार्ज का विकल्प तलाश रहे
जावाल पंचायत एक तरह से बड़ा क्षेत्र है। लिहाजा यहां अलग से ही ग्राम विकास अधिकारी पदस्थापित होना चाहिए, लेकिन पंचायत समिति के विकास अधिकारी अन्य पंचायतों में पदस्थापित किसी वीडीओ को अतिरिक्त चार्ज देकर विकल्प तलाशने का प्रयास कर रहे हंै।
जैला से भेजा जावाल पर नहीं आए
बताया जा रहा है कि दो दिन पहले ही एक वीडीओ को जावाल का अतिरिक्त चार्ज दिया गया था। उनके ज्वाइनिंग नहीं करने से अब अन्य विकल्प ढूंढ रहे हैं। जावाल के लिए जैला के वीडीओ को चार्ज देने के आदेश निकाले गए थे, लेकिन वे नहीं आए।
अन्य कार्यों में लगा रखे हैं वीडीओ
जिले की पंचायत समितियों में कुछ ग्राम विकास अधिकारी रिजर्व रूप में भी पदस्थापित है। बताया जा रहा है कि इनको अन्य कार्यों में लगा रखा है। इनमें से ही किसी को जावाल में पदस्थापित किया जा सकता है, लेकिन ऐसा नहीं हो पा रहा।
होना तो यह चाहिए
नियमानुसार पंचायत समिति या जिला परिषद में पदस्थापित और रिजर्व रूप में बैठे किसी वीडीओ को पदस्थापित करना चाहिए। यदि इन जगहों पर कोई वीडीओ न हो तो अतिरिक्त चार्ज का विकल्प ढूंढा जा सकता है।
हमारे पास वीडीओ नहीं है…
हमारे पास कोई ग्राम विकास अधिकारी नहीं है। इसलिए दो दिन पहले जैला से अतिरिक्त चार्ज दिया था, लेकिन उन्होंने ज्वाइन नहीं किया। अब किसी अन्य को लगाया जाएगा। पूर्ण रूप से वीडीओ तो तबादला बैन खुलने के बाद ही लगाया जा सकता है।
- मंशाराम, विकास अधिकारी, पंचायत समिति, सिरोही