
- सकारात्मक ऊर्जा के विकास में सहायक है ये प्रयोग
- लोगों को बताए चेतना विकसित करने के आधारभूत तत्व
सिरोही. ध्यान और व्यायाम के सूक्ष्म सूत्र सीखकर शरीर को स्वस्थ रखा जा सकता है। सकारात्मक ऊर्जा के लिए भी ये सूत्र बेहद सहायक है। स्वास्थ्य का नया दृष्टिकोण दर्शाने वाले इन सूत्रों को यहां दो दिवसीय शिविर में सिखाया गया। शहर में सन टू ह्यूमन फाउंडेशन, इंदौर के तत्वावधान में शिविर आयोजित किया गया। इसमें कई लोगों ने शिरकत की। सुबह योग-व्यायाम व ध्यान के सूत्र सीखे तथा इसे जीवन में उतारने का संकल्प लिया।
भक्ति गीतों पर झूमे
इसमें शिविर संचालक कन्हैयालाल खंडेलवाल ने व्यायाम और ध्यान के कई छोटे-छोटे प्रयोगों के माध्यम से जानकारी दी। दो दिवसीय शिविर के पहले दिन शरीर को स्वस्थ एवं ऊर्जावान रखने की तकनीक बताई गई। दो घंटे के इस सत्र में भक्ति गीतों पर लोग पूरी ऊर्जा के साथ झूमे।
नियमित रसपूर्ण आहार लेने की सीख
शिविर में नियमित रूप से रसपूर्ण आहार लेने की सीख दी गई। बताया गया कि हल्के से व्यायाम व आहार में बदलाव कर रोग मुक्त हो सकते हैं। शरीर में सकारात्मक ऊर्जा देने वाले रसपूर्ण आहार को नियमित रूप से ग्रहण करना चाहिए। नाश्ते में संपूर्ण पोषक तत्व शामिल करने से कई रोगों से मुक्त हो सकते हैं।
शिविर में की ध्यान की व्याख्या
सहयोगी प्रशिक्षक मां वैदेही ने शिविर में कहा कि ध्यान कोई अलग से घटित होने वाली घटना नहीं है। प्रत्येक छोटे छोटे उपक्रम को होश पूर्व संचालित करना ही ध्यान है। इस दौरान राजेंद्रसिंह नरूका, जीवराज खंडेलवाल, लोकेश खंडेलवाल, दिलीप खंडेलवाल, दलजीतसिंह चौहान, गणपतसिंह देवड़ा, भगवतीप्रसाद नाटाणी, वीरेंद्रसिंह सोलंकी, जगदीशकुमार, अशोक दवे, डूंगरमल गुप्ता, राजेन्द्र मीणा सहित कई गणमान्य लोग मौजूद रहे।