आबकारी में नहीं मान रहे आयुक्त के आदेश, अगस्त बीत गया और ढर्रा वहीं का वहीं

- शराब की दुकानों पर न पोस मशीन लग पाई और न बिल मिल रहे
- आबकारी महकमे में ही हवा हवाई साबित हुए आयुक्त के आदेश
सिरोही. आबकारी विभाग में आयुक्त के आदेश ही हवा-हवाई साबित हो रहे हैं। खुली अवहेलना के बावजूद महकमा इन आदेशों की पालना नहीं करवा पा रहा। कहने को अगस्त माह में ही शराब के ठेकों पर पोश मशीन लग जानी थी, लेकिन पूरा माह बीत जाने पर भी ऐसा नहीं हो पाया। न तो पोस मशीन लगी और न ग्राहकों को बिल मिल पाए। ठेकों पर शराब बेचे जाने का ढर्रा पूर्ववत ही है। ऐसे में ओवररेट से लेकर अन्य कायदों की भी खुली अवहेलना हो रही है, लेकिन महकमे के जिम्मेदार इन सब ओर से चुप्पी साधे बैठे हैं। जब आयुक्त के आदेश ही हवा-हवाई साबित हो जाए तो अन्य कायदों की पालना किस तरह से होती होगी सोच सकते हैं।
अगस्त में ही लागू होना था आदेश
इस वित्तीय वर्ष की आबकारी नीति में यह कहा गया कि अब ग्राहक को प्रत्येक उत्पाद के लिए बिल मिलेगा। नीति के प्रावधान की अनुपालना में आबकारी आयुक्त डॉ. जोगाराम ने 25 जुलाई को आदेश भी जारी किए। इसमें स्पष्ट रूप से कहा गया कि अगस्त माह से शराब दुकानों पर उत्पादों की बिक्री केवल पोस मशीन के जरिए होगी। इसके लिए सभी मदिरा दुकानों पर आरएसबीसीएल की ओर से निर्धारित पोस मशीन का सॉफ्टवेयर इंस्टॉल करना होगा। बारकोड रीड करने के लिए एक या अधिक स्कैनर लगाने होंगे।
इसलिए वसूल रहे मनमर्जी के दाम
शराब को पोस मशीन से बेचने के आदेश होने से ग्राहकों को सहूलियत मिलने वाली थी। इससे ओवररेट की समस्या से भी निजात मिलती, लेकिन ऐसा नहीं हो पाया। पोस मशीन से उत्पाद का बिल मिलेगा तो ग्राहकों से ओवररेट लेने पर भी रोक लग सकती है, लेकिन ठेकेदार मनमर्जी के दाम वसूल रहे हैं। हालांकि गिनती के कुछ ठेकेदारों ने पोस मशीन खरीदी भी है, लेकिन यह भी दिखावे के लिए। न तो इससे बिलिंग होती है और न काम आ रही है।
… तो क्या इनकी शह पर हो रही वसूली
सूत्र बताते हैं कि मनमर्जी से दामों की वसूली को मौन स्वीकृति मिली हुई है। यही कारण है कि मनमाफिक दाम वसूलते हुए ठेकेदार चांदी काट रहे हैं। पोस मशीन से ठेकेदारों की वसूली पर रोक लग जाएगी। ऐसे में ये मशीन नहीं लगाना चाहते। उधर, ठेकेदारों के लिए फायदे का सौदा होने से महकमे के जिम्मेदार भी इस आदेश को सख्ती से लागू करवाने में दिलचस्पी नहीं ले रहे। कुल जमा यही कि ठेकेदारों की इस वसूली को पूरी तरह शह दी जा रही है। ऐसा नहीं होता तो आदेश जारी होते ही ठेकों पर पोस मशीन लग जाती।
प्रक्रिया चल रही है…
अगस्त माह में पोस मशीन लगाने एवं बिलिंग के आदेश जारी हो चुके हैं। जिले में अभी चार-पांच दुकानों पर पोस मशीन लगी है। अन्य जगहों पर प्रक्रिया चल रही है।
– योगेश श्रीवास्तव, जिला आबकारी अधिकारी, सिरोही