
दूर-दराज से आए आदिवासी खाताधारकों को भुगतान के अभाव में लौटना पड़ा बैरंग
आबूरोड. बैंकों में जमा धन समय पर नहीं मिलने से लोगों को कितनी समस्या झेलनी पड़ रही है यह कोई इन आदिवासियों से पूछे। त्योहारी सीजन में इनको खरीदारी करनी थी, लेकिन बैंक में नकदी ही नहीं थी। बैंक के बाहर घंटों तक कतार लगाए बैठे रहने के बावजूद न तो पैसे मिले और न काम बना। ऐसे में दूर-दराज से आए आदिवासियों को बैरंग लौटना पड़ा।
हुआ यूं कि देलदर गांव स्थित राजस्थान मरुधरा ग्रामीण बैंक शाखा में आसपास के कई गांवों के आदिवासियों के खाते हैं। इसमें भुगतान जमा रहता है, जिसे वे जरूरत के हिसाब से ले जाते हैं। सोमवार को दूर-दराज के गांवों से भुगतान के लिए आए आदिवासियों को बाहर ही बैठाए रखा। बताया गया कि बैंक में नकदी खत्म हो गई है। पांच घंटे बाद नकदी आने पर भुगतान हो सकेगा। ऐसे में कई लोग इंतजार में बैठे रहे, लेकिन घंटों बीत जाने के बाद भी न तो नकदी आई और न भुगतान हो पाया।
बड़ा मुश्किल है आना-जाना
ग्रामीणों ने बताया कि त्योहारी सीजन होने से खरीदारी करनी है, लेकिन बैंक आने पर भुगतान नहीं मिला। कुछ घंटों में भुगतान आने का बताया जा रहा है, लेकिन कब तक मिलेगा यह कहना मुश्किल है। दूर-दराज की फलियों से यहां तक आना और वापस वहां तक पहुंचना वैसे ही दुरूह कार्य है।