आरोपी ने पुलिस पर चढ़ाई गाड़ी, परिजनों ने किया हमला
- पुलिस टीम पर लाठियों से हमला, भाग निकला मुख्य आरोपी
नागौर. जिले की पांचौड़ी थाना पुलिस पर आरोपियों ने हमला कर दिया। पुलिस दल बीकानेर के नोखा क्षेत्र के एक गांव में बदमाश को पकडऩे गया था। इस दौरान आरोपी ने पुलिस पर गाड़ी चढ़ा दी तथा परिजनों ने लाठियों से हमला किया। इस दौरान मुख्य आरोपी भागने में कामयाब रहा। जबकि, अन्य कुछ आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। हमले में पुलिसकर्मियों को चोटें आई हैं।
बताया जा रहा है कि आरोपी को पकडऩे गई पुलिस पर बदमाशों ने गाड़ी चढ़ाने का प्रयास किया। गांव के लोगों ने पुलिस की गाडिय़ों में भी तोडफ़ोड़ कर दी। टीम ने जैसे-तैसे अपनी जान बचाई और चार जनों को गिरफ्तार कर लिया। मामला रविवार देर रात दावा गांव का है।
इस मामले की चल रही जांच
जानकारी के अनुसार छह माह पहले बीकानेर जिले के दावा गांव में कुछ लोगों ने कालड़ी (नागौर) निवासी ओमाराम पुत्र सोहनलाल जाट को पकड़ लिया था। उस पर चोरी के आरोप लगाए तथा जमकर पिटाई कर दी थी। कुछ लोगों ने ओमाराम के सिर के बाल भी काट दिए थे। इस दौरान कई लोगों ने घटना के वीडियो भी बनाए। अपने साथ हुई इस घटना से आहत होकर ओमाराम ने अगले दिन अपने गांव कालड़ी में टांके में कूदकर आत्महत्या कर ली थी। इसके बाद दावा गांव के कुछ लोगों पर उसे सुसाइड के लिए उकसाने का श्रीबालाजी थाने में मामला दर्ज किया गया था। इसकी जांच पांचौड़ी पुलिस थाने के अब्दुल रहुफ कर रहे हैं।
गाड़ी चढ़ाने का प्रयास किया, फिर भाग गया
उधर, जांच अधिकारी अब्दुल रहुफ को रविवार को सूचना मिली थी कि इसी मामले में आरोपी पदमाराम अपने गांव दावा में है। उसे गिरफ्तार करने के लिए टीम गांव पहुंची और पदमाराम को हिरासत में ले लिया। पदमाराम को पुलिस हिरासत में देख परिजन व ग्रामीण उसे बचाने के लिए लाठियां लेकर आए। पुलिस कुछ समझ पाती इससे पहले परिजनों ने उन्हें घेरते हुए हमला कर दिया। आरोपी पदमाराम ने पुलिस पर गाड़ी चढ़ाने का प्रयास किया। हमले में चार कांस्टेबल रवि, जयपाल, मनोहर व जालमसिंह गंभीर रूप से घायल हो गए। इस दौरान पदमाराम मौके से फरार हो गया। वहीं, नोखा पुलिस ने कार्रवाई करते हुए हरीराम पुत्र अमानाराम कुम्हार, नरसीराम पुत्र रुधाराम, प्रभुराम पुत्र चेतनराम, गिरधारी पुत्र अमानाराम को गिरफ्तार कर लिया। अन्य आरोपियों की तलाश की जा रही है।#nagaur/bikaner. The accused and relatives attacked the police team