
- लम्बा चक्कर काटकर गंतव्य तक जाने की मजबूरी
- दुखदायी बन रहे बगैर मॉनिटरिंग के सीवरेज कार्य
सिरोही. शहर में चल रहा सीवरेज का कार्य दुखदायी साबित हो रहा है। मनमर्जी की खुदाई और बगैर सूचना गली-मोहल्लों में आवागमन बंद रखा जा रहा है। ऐसे में लोगों को भारी परेशानी झेलनी पड़ रही है। पिछले दो दिनों से कृष्णापुरी मोहल्ले से आवाजाही करने वाले लोग इसी तरह की समस्या से रूबरू हो रहे हैं। कृष्णापुरी को हाउसिंग बोर्ड कॉलोनी से जोडऩे वाली गली में दो जगह खुदाई चल रही है। इससे पहले न तो सूचना पट्ट लगा रखे हैं और न वाहनों को रोकने की कोई व्यवस्था कर रखी है। ऐसे में ऐन खडडे तक पहुंचने के बाद वाहन चालकों को वापस लौटना पड़ता है। इसके बाद एक से डेढ़ किमी का चक्कर काटकर वापस दूसरे सिरे तक आना पड़ रहा है। लिहाजा लोगों के समय व धन की बर्बादी हो रही है।#Sewerage work going on in Sirohi is painful – arbitrary digging and traffic stop without notice
पैदल निकलना भी मुश्किल हो रहा
कृष्णापुरी में बक्शावा मोड की गली के दो सिरों पर खुदाई चल रही है। गड्ढा खोदे जाने के साथ ही गली के दोनों सिरे बंद हो गए हैं। यहां से बाइक निकालने के लिए भी रास्ता नहीं है। लोग पैदल भी बड़ी मुश्किल से पार हो रहे हैं। ऐसे में इस गली से गुजरने वाले वाहनों को अब लम्बी दूरी से जाना पड़ रहा है।
काम चल रहा है तो डाइवर्जन करना चाहिए
शहरवासियों ने बताया कि सीवरेज कार्य के लिए खुदाई करना जरूरी है, लेकिन मनमर्जी से आवागमन बंद रखना कहां तक उचित है। यदि खुदाई करनी भी है तो जिस जगह से रास्ता डाइवर्ट होता हो वहां बोर्ड लगाना चाहिए, ताकि वाहन चालक पहले ही अन्य रास्ते से निकल सके। ऐन गड्ढे तक आने के बाद वापस लौटना काफी मुसीबत भरा है।
ये बोले, हर जगह सूचना पट्ट थोड़े ही लगेंगे
कृष्णापुरी में चल रहे इस कार्य स्थल पर कोई सुपरवाइजर नहीं मिला। मजदूर व मशीन के ऑपरेटर ने बताया कि काम चल रहा है इसलिए रास्ता बंद है। आप अफसरों से बात कीजिए। इस कार्य स्थल पर खड़े एक व्यक्ति ने बताया कि सूचना बोर्ड लगाने की कहां जरूरत है यहां तक आने के बाद वापस लौट ही सकते हैं। पूरे शहर में काम चल रहा है तो सूचना पट्ट कहां-कहां लगाएंगे।
सूचना पट्ट लगवाएंगे…
खुदाई के दौरान किसी को परेशानी नहीं आएगी इसकी पूरा ध्यान रखा जा रहा है। कार्य स्थल वाली गली के नुक्कड़ पर रास्तों के डाइवर्जन वाले सूचना पट्ट लगाएंगे।
- मनीष अरोड़ा, एसई, आरयूआईडीपी, सिरोही