टैंक में जहरीली गैस से चार मजदूरों की मौत

- फैक्ट्री में कुंडी की सफाई के नाम पर बुलाए थे मजदूर
बीकानेर. बीकानेर के करणी इंडस्ट्रीयल एरिया में जहरीली गैस की चपेट में आने से चार मजदूरों की मौत हो गई। मजदूर पानी की कुंडी साफ करने गए थे, लेकिन इनको उस सेप्टिक टैंक में उतार दिया गया, जिसमें जहरीली गैस तैर रही थी। मामले में फैक्ट्री संचालकों पर लापरवाही का आरोप लगाया गया है। हादसे में एक मजदूर की जान बच गई, जिसे किसी तरह बाहर निकाल लिया गया। अन्य चार जने उसकी आंखों के सामने ही एक-एक कर मौत के आगोश में चले गए।
बताया जा रहा है कि मजदूरों को यह कहकर सफाई के लिए बुलाया गया था कि कुंडी (पानी का टैंक) साफ करनी है। हकीकतन उन्हें जहरीली गैस वाले सेप्टिक टैंक में उतारा गया। जहरीली गैस से मजदूरों की मौत हो गई। इस खतरनाक टैंक की सफाई के लिए कोई उपकरण देने के बजाय महज एक बाल्टी थमा दी गई। इससे कैमिकल का पानी निकालते समय चार मजदूरों की सांसें थम गई। इस हादसे में शामिल चार लोगों की मौत हो गई, लेकिन एक मजदूर विनोद बच गया।
एक-दूसरे को बचाने के चक्कर में मिली मौत
टैंक से बचकर निकले मजदूर विनोद ने बताया कि रविवार को 7 मजदूरों को फैक्ट्री बुलाया गया था। इनमें से तीन को दूसरी मिल में भेज दिया गया। हम चार जनों को भगवानमल सुराना की वूलन मिल में रोका गया। उन लोगों ने पहले टैंक का पानी निकाला। इसके बाद करीब तीन बजे नीचे उतरने के लिए कहा। टैंक गहरा होने से एक सीढ़ी लगाई गई। सबसे पहले कृष्णा उर्फ लालचंद नीचे उतरा। वह जैसे ही नीचे गया, उसे चक्कर आने लगे। घबराकर वापस ऊपर चढऩे लगा तो दूसरे साथी कालूराम ने चढ़ाने के लिए उसका हाथ पकड़ लिया, लेकिन कृष्णा निढ़ाल होकर नीचे गिर गया। ऐसे में कालूराम भी नीचे जा गिरा। तीसरे साथी जोराराम ने दोनों को बचाने का प्रयास किया, लेकिन वह भी अंदर गिर गया। इस पर उसने (विनोद ने) जोर जोर से मदद के लिए आवाज लगाई। मिल में काम करने वाले कृष्ण ने सेप्टिक टैंक में तीन जनों को गिरा हुआ देखा तो निकालने के लिए अंदर गया, लेकिन वह भी जहरीली गैस की चपेट में आ गया। बाद में चारों को बाहर निकाला गया। इनमें से तीन की मौत हो चुकी थी। कृष्णा की सांसें चल रही थी, लेकिन पीबीएम अस्पताल ले जाते समय उसका भी दम टूट गया।
हत्या का मुकदमा दर्ज करने की मांग
उधर, चारों मृतकों के परिजनों ने बीछवाल थानाधिकारी को पत्र देकर मिल मालिक के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज करने की मांग की है। आरोप है कि सुरक्षा उपकरण नहीं देकर जबरन सेप्टिक टैंक में भेजने से मजदूरों की मौत हुई है। वहीं, पुलिस व प्रशासन के आला अधिकारी इस ओर से कुछ भी बताने से इनकार कर रहे हैं। अधिकारियों का कहना था कि जांच के बाद ही स्पष्ट होगा कि लापरवाही कितनी है।#bikaner . Four laborers died due to poisonous gas in the tank