- सिरोही के दांतराई व बाड़मेर में एसीबी की कार्रवाई
- दलाली कर रहा ई-मित्र संचालक भी गिरफ्तार
सिरोही/बाड़मेर. एसीबी ने कार्रवाई करते हुए दो ग्राम विकास अधिकारी को रिश्वत लेते रंगे हाथ गिरफ्तार कर लिया। वहीं, एक ई-मित्र संचालक दलाल को भी गिरफ्तार किया गया है। कार्रवाई सिरोही जिले में रेवदर ब्लॉक के दांतराई व बाड़मेर जिले में सेड़वा (sedwa) के कुंदनपुर में की गई।
होटल में बुलाया रिश्वत के लिए
सिरोही (sirohi) जिले के दांतराई (dantrai) में ग्राम विकास अधिकारी दीक्षित परमार ने राशन कार्ड व प्रमाण पत्र बनाने की एवज में रिश्वत मांगी। इसके लिए परिवादी को जीरावल (jirawal) स्थित एक होटल में बुलाया था। परिवादी उसे 2200 रुपए की रिश्वत देने एक होटल में आया। यहीं इशारा मिलने के बाद एसीबी (acb) टीम ने उसे रंगे हाथ दबोच लिया।
मनरेगा में श्रम राशि की एवज में रिश्वत
इसी तरह कुंदनपुर (kundanpur) में महानरेगा कार्य में श्रमिकों की उपस्थिति भरकर श्रम राशि पारित करने की एवज में रिश्वत मांगी गई। इसकी शिकायत होने के बाद एसीबी टीम ने जाल बिछाया। विकास अधिकारी शंकरलाल मीणा को 12 हजार रुपए रिश्वत लेते गिरफ्तार किया गया। उसके साथ ही दलाल ई-मित्र संचालक सुभान खान को भी गिरफ्तार किया गया।
सत्यापन के बाद ट्रेप कार्रवाई की
एसीबी अधिकारी बताते हैं कि एसीबी की सिरोही इकाई को परिवादी से शिकायत मिली थी। इसके बाद सत्यापन कर ट्रेप कार्रवाई की गई। दांतराई ग्राम विकास अधिकारी दीक्षित परमार उससे 2200 रुपए मांग रहा था। शुक्रवार को एसीबी सिरोही चौकी के पुलिस निरीक्षक कुयाराम ने टीम के साथ ट्रेप कार्रवाई को अंजाम दिया।
दलाल के साथ रंगे हाथ गिरफ्तार
उधर, बाड़मेर (barmer acb) इकाई की ओर से कुंदनपुरा में ट्रेप कार्रवाई की गई। शिकायत मिली थी कि मनरेगा कार्य में श्रमिकों की उपस्थिति भरकर श्रम राशि पारित करने की एवज में ग्राम विकास अधिकारी शंकरलाल मीणा 12 हजार रुपए मांग रहा है। एसीबी के उप अधीक्षक किशनसिंह चारण के नेतृत्व में शिकायत का सत्यापन कर कार्रवाई की गई। आरोपी ग्राम विकास अधिकारी व दलाल ई-मित्र संचालक को रंगे हाथ गिरफ्तार किया गया।
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