- मोरस में ग्रामीणों ने नहीं होने दी पर्यावरणीय जनसुनवाई
सिरोही. पिण्डवाड़ा क्षेत्र के मोरस गांव में केल्साइट खनन परियोजना के लिए आयोजित जनसुनवाई को ग्रामीणों का विरोध झेलना पड़ा। सुनवाई में कोई नहीं पहुंचा और विरोध के लिए पंचायत के बाहर काले झंडे दिखाए गए। नारेबाजी कर इस खनन परियोजना का विरोध किया गया। उल्लेखनीय है कि क्षेत्र में प्रस्तावित चूना पत्थर खनन परियोजना को लेकर भी ग्रामीण विरोध जता रहे हैं। इस परियोजना से क्षेत्र के रोहिड़ा, वाटेरा, भीमाना व भारजा आदि गांवों के लोग ज्यादा प्रभावित हो रहे हैं।
जनसुनवाई में नहीं आए ग्रामीण
ग्रामीणों ने बताया कि मोरस ग्राम पंचायत क्षेत्र में मै. 20 माइक्रोन्स लिमिटेड की केल्साइट खनन परियोजना प्रस्तावित है। क्षेत्र में 49.25 हेक्टेयर भूमि पर प्रस्तावित इस परियोजना को लेकर शुक्रवार को पंचायत भवन में पर्यावरणीय जनसुनवाई रखी गई। ग्रामीणों ने इसका विरोध करते हुए नारेबाजी की। अधिकारी बताते हैं कि ग्रामीणों के नहीं आने से जनसुनवाई सफल नहीं हो पाई।
काले झंडे दिखाकर विरोध जताया
ग्रामीणों ने सर्वसम्मति से खनन परियोजना का विरोध किया तथा उपखंड अधिकारी को लिखित में आपत्ति पत्र सौंपे। ग्रामीणों का कहना रहा कि परियोजना लागू होने पर जल-जंगल व जमीन को भारी नुकसान का अंदेशा है। ग्रामीणों ने काले झंडे दिखाते हुए विरोध-प्रदर्शन किया।



