- फ्लू श्रेणी का वायरस पर इसका असर कोरोना की तरह
- बच्चों में भी बढ़ रही समस्या, अस्पतालों में भारी भीड़
जयपुर. प्रदेश में कोरोना जैसा वायरस फैल रहा है। इसका इंफेक्शन फेफड़ों तक फैल रहा है। इसकी चपेट में आकर बच्चे व बुजुर्ग ज्यादा समस्या झेल रहे हैं। कई लोगों को गंभीर हालत में आईसीयू तक में भर्ती करवाना पड़ रहा है। चिकित्सक बताते हैं कि एच3एन2 (H3N2) नामक वायरस का प्रकोप तेजी से बढ़ रहा है। सबसे ज्यादा बच्चे व बुजुर्ग इस वायरस की चपेट में आ रहे हैं। बताया जा रहा है कि यह वायरस फ्लू श्रेणी का है, लेकिन इसका असर कोरोना की तरह देखा जा रहा है। यानी बुखार के साथ फेफड़ों को नुकसान पहुंचा रहा है।#jaipur.Corona-like virus attack – infection spreading to the lungs
लक्षणों के आधार पर कर रहे जांच
वैसे इस वायरस को लेकर प्रदेश में कोई स्पेसिफिक जांच नहीं हो रही है। ओपीडी में इन दिनों खांसी-जुकाम, बुखार जैसे लक्षणों वाले मरीज पहुंच रहे हैं। डॉक्टर भी इन लक्षणों के आधार पर ही इलाज कर रहे हैं।
अधिकतर लोग वायरस की चपेट में
ऐसा नहीं है कि यह वायरस राजस्थान में ही फैल रहा हो। देशभर के कई राज्य इसकी चपेट में हैं। विशेषज्ञ बताते हैं कि ओपीडी में आने वाला लगभग हर तीसरा-चौथा मरीज एच3एन2 या इससे मिलते-जुलते वायरस की चपेट में है।
बुखार, सांस फूलना और थकान के लक्षण
मरीज के तेज बुखार के बाद लंबे समय तक खांसी चलने की शिकायत ज्यादा आ रही है। निमोनिया का प्रकोप भी हो रहा है। वहीं, इंफेक्शन ज्यादा फैलने पर संक्रमण फेफड़ों तक पहुंच रहा है। चलते समय सांस फूलना, थकान, बुखार, खांसी, बदन दर्द जैसे लक्षण आम है।
मुसीबत बन रही सूखी खांसी
बताया जा रहा है कि ये वायरस मौसम में बदलाव के साथ एक्टिव होते हैं और तेजी से फैल रहे हैं। इसमें सामान्यतया तीन से चार दिन या कुछ केसेज में सात-आठ दिन तक बुखार ठीक नहीं होता। कुछ मरीजों में निमोनिया जैसी स्थिति भी बन रही है। बुखार टूटने के बाद फेफड़ों पर असर रहता है। वहीं, सूखी खांसी भी मुसीबत बन रही है।
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