- नियम ताक पर रखते हुए संचालित हो रहे बायोडीजल पम्प
- सरूपगंज, आबूरोड व रेवदर क्षेत्र में वृहद पैमाने पर बिक्री
सिरोही. बायोडीजल का अवैध कारोबार जोर पकड़ रहा है, लेकिन सम्बंधित विभाग ओर से मूकदर्शक बना हुआ है। गुजरात से सटा इलाका होने से आबूरोड, रेवदर व सरूपगंज क्षेत्र में बायोडीजल की जमकर अवैध बिक्री हो रही है, लेकिन प्रभावी तरीके से रोकथाम के कोई प्रयास नहीं हो रहे। यहां तक कि कार्रवाई के दौरान बंद करवाए गए पम्प भी चोरी-छिपे वापस खुल रहे हैं। बायोडीजल का यह कारोबार कितने बड़े स्तर पर फैला है इसका अंदाजा इसी से लगा सकते है कि कुछ दिनों पहले ही केबिनेट मिनिस्टर किरोड़लाल मीणा खुद जिले में रेड डाल चुके हैं।
बंद पम्प की मनमर्जी से खुलती सील
बताया जा रहा है कि एक बार बंद करवाने के बाद रसद विभाग के अधिकारी भी वापस वहां मुडक़र ही नहीं देखते। ऐसे में संचालक मनमर्जी से पम्प वापस शुरू कर देते हैं। हाल ही में इस तरह का मामला सामने आया भी था, लेकिन रसद विभाग ने वापस सील लगाकर एवं संचालक को केवल चेतावनी देकर छोड़ दिया। मामला सरूपगंज में चंवरली के समीप पम्प का है।
टैंकर व पम्प की सील खुली मिली
जानकारी के अनुसार दीपावली पर्व के समय चंवरली में पम्प के पास एक टैंकर मिलने पर पुलिस ने रसद विभाग को सूचना दी थी। मौके पर पहुंचे कार्यवाहक रसद अधिकारी विनोद परमार ने जांच की तो टैंकर खाली मिला, लेकिन पम्प की सील खुली मिली। बाद में पम्प के नोजल वापस सील कर दिए गए। बताया गया कि इस पम्प का संचालक कोई किशोरकुमार माली है। वैसे टैंकर में भरा बायोडीजल कहां गया और पम्प की सील किसने खेली इस बारे में कोई जानकारी नहीं मिली।
अब मंडार में पकड़ा अवैध बायोडीजल पम्प
मंडार में गुजरात सीमा के पास अवैध रूप से बायोडीजल की बिक्री पर रसद विभाग ने कार्रवाई की है। जिला रसद अधिकारी जगदीश विश्नोई के अनुसार शिकायत मिलने पर टीम ने कार्रवई की। यहां करीब 2700 लीटर बायोडीजल का अवैध भंडारण मिला। कार्रवाई में बायोडीजल व डिसपेंसिंग यूनिट, मोटर, ड्रम, उपकरण आदि जब्त किए गए। प्रवर्तन अधिकारी विनोद परमार, प्रवर्तन निरीक्षक अस्मिता मीणा, सोनल राणावत, नकुल चौहान आदि मौजूद रहे।



