- सिरोही, जालोर व पाली जिलों में क्लोजर की समीक्षा बैठक
- संभागीय आयुक्त ने दिए जलापूर्ति सुचारू रखने के निर्देश
जोधपुर/सिरोही/जालोर. गर्मी से पहले दो माह की नहरबंदी हो रही है। ऐसे में जलसंकट बढऩे के आसार है। लिहाजा सिरोही-जालोर व पाली जिलों में जलापूर्ति सुचारू रखे जाने को लेकर संभागीय आयुक्त डॉ. राजेश शर्मा ने तीन जिलों की समीक्षा बैठक ली। इसमें जिला कलक्टर्स समेत अन्य अधिकारियों को कम वर्षा के कारण उत्पन्न हुए पेयजल संकट से निपटने एवं जलापूर्ति की व्यवस्था सुचारू बनाए रखने के निर्देश दिए गए।
बैठक में आगामी महीनों में जालोर, सिरोही व पाली जिलों में पेयजल व्यवस्थाओं की समीक्षा की गई। साथ ही सिरोही के शिवगंज तहसील स्थित जोयला गांव में जोयला पिकअप वेयर फॉर डायवर्जन ऑफ वाटर ऑफ ओल्ड रूट ऑफ सुकड़ी नदी के प्रकरण पर भी समीक्षा की गई। संभागीय आयुक्त ने पाली-सिरोही व जालोर जिला कलक्टर्स को सभी संबंधित विभागों के साथ समन्वय स्थापित कर आगामी क्लोजर के दौरान अपने-अपने जिलों में जलापूर्ति की व्यवस्था सुचारू रखने के निर्देश दिए। उल्लेखनीय है कि मार्च माह से इंदिरा गांधी मुख्य नहर (आईजीएनपी) में साठ दिवसीय नहर बंदी कार्यक्रम प्रस्तावित है।
रिपोर्ट के आधार पर कर रहे उचित कार्रवाई
बैठक में सिरोही जिला कलक्टर डॉ.भंवरलाल ने जिले की पेयजल व्यवस्थाओं पर जानकारी दी। बताया कि सिरोही जिले के कुल 5 ब्लॉक में 472 गांव है। उन्होंने संभागीय आयुक्त को बताया कि भू-जल विभाग की ओर से प्रस्तुत रिपोर्ट के अनुसार आगामी समय के लिए जलापूर्ति के संबंध में उचित कार्रवाई की जा रही है।
जरूरत होने पर चलाए जाएंगे वाटर टैंकर
सिरोही जलदाय विभाग के अतिरिक्त मुख्य अभियंता रामसिंह ने बताया कि भू-जल विभाग से मिली रिपोर्ट के अनुसार विभाग की ओर से सिरोही व शिवगंज में कुल 15 कुएं खोदे गए हैं, जिनमें से 10 थ्री फेस और 5 सिंगल फेस हैं। सिरोही जिला कलक्टर ने बताया कि इन कुओं के अतिरिक्त आवश्यकता पडऩे पर टैंकरों से जल परिवहन के जरिए पेयजल व्यवस्था सुनिश्चित की जाएगी।
पानी चोरी की रोकथाम के निर्देश दिए
जालोर जिला कलक्टर नम्रता वृष्णि ने जिले में की जा रही पेयजल व्यवस्थाओं की जानकारी दी। बताया कि जलदाय व भूजल विभाग के आपसी समन्वय के साथ जिले में सुचारू पेयजल व्यवस्था सुनिश्चित करना प्राथमिकता है। संभागीय आयुक्त ने नहर बंदी के दौरान पानी की चोरी जैसे प्रकरणों की रोकथाम के लिए नियमित मॉनिटरिंग सुनिश्चित करने के निर्देश दिए।
पाली में इन कार्यों की आवश्यकता जताई
पाली जिला कलक्टर नमित मेहता ने बताया कि क्लोजर के दौरान जिले में 20 एमएलडी जल की आवश्यकता रहेगी, जिसकी सुचारू व्यवस्था के लिए प्रशासन सभी उपलब्ध संसाधनों व विकल्पों की नियमित समीक्षा की जा रही है। जिले की पेयजल व्यवस्था सुचारू रखने के लिए मुख्यत: रोहिट की पाइप लाइन की मरम्मत के कार्य को गति देने की आवश्यकता बताई। उन्होंने दांतीवाड़ा से चोपड़ा तक की पाइप लाइन के काम को जल्द से जल्द शुरू करने की आवश्यकता जताई।
विभाग को खोजने होंगे अन्य विकल्प
पाली जलदाय विभाग के अतिरिक्त मुख्य अभियंता पीएचईडी विनोद भारती ने बताया कि क्लोजर के दौरान जिले में नर्मदा और भाद्राजून से भी जलापूर्ति की जाएगी। जिला कलक्टर ने बताया कि मुख्यत: रोहिट, पाली और सोजत में पेयजल व्यवस्था सुनिश्चित कराने के लिए विभाग को अन्य विकल्प खोजने होंगे। इसी क्रम में नीमला को एक विकल्प के तौर पर देखा जा सकता है। संभागीय आयुक्त ने जल संसाधन एवं जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग के अधिकारियों को निर्देशित किया कि पाली में पेयजल व्यवस्था सुचारू करने के लिए दांतीवाड़ा से चोपड़ा तक की पाइप लाइन का कार्य अप्रेल माह तक पूर्ण किया जाना चाहिए।#In the review meeting of canal closure, in Sirohi, Jalore and Pali districts, the Divisional Commissioner gave instructions