जैसलमेर में गिरफ्तार हुआ जोधपुर निवासी आरोपी अभी सिरोही के बागसीन में है कार्यरत
जैसलमेर/सिरोही. सिरोही जिले के बागसीन स्कूल में पदस्थापित लिपिक ने अपने भाई को शिक्षक बनाने के लिए नौकरी दांव पर लगा दी। जैसलमेर में वह अपने भाई की जगह परीक्षा देने चला गया। पहली पारी में वह सफल रहा, लेकिन दूसरी पारी के दौरान पकड़ में आया गया। पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया है।
जैसलमेर की डीएसटी टीम के प्रभारी बस्ताराम को सूचना मिली थी जैसलमेर के एसबीके महाविद्यालय में फर्जी अभ्यर्थी परीक्षा दे रहा है। सूचना पर डीएसटी की टीम एसबीके कॉलेज पहुंची तथा संदिग्ध अभ्यर्थी मनोहर बिश्नोई की जांच की। वह विकास बिश्नोई के नाम से परीक्षा दे रहा था। जांच में उसके आधार कार्ड में काट छांट नजर आने पर उसके खिलाफ कार्रवाई की गई। आरोपी जोधपुर जिले में सियागों की बस्ती का निवासी है। फिलवक्त वह सिरोही जिले में शिवगंज ब्लॉक के बागसीन में पदस्थापित है।
आधार कार्ड पर अपनी फोटो लगाई
बताया जा रहा है कि मनोहर अपने छोटे भाई विकास को शिक्षक बनाने के लिए इस परीक्षा में फर्जी तरीके से बैठा था। विकास के आधार कार्ड पर अपनी फोटो लगाकर वह रीट-2021 परीक्षा देने पहुंच गया। पहली पारी में वह सफल भी हो गया। करीब 70 सवाल हल कर दिए थे। दूसरी पारी में उसका फर्जीवाड़ा पकड़ा गया।
जांच में फिंगरप्रिंट मैच करवाए
पुलिस ने जांच के दौरान उसका फिंगर प्रिंट लिया। मिलान नहीं होने पर परिवार के जन आधार पर मनोहर का आधार कार्ड नंबर पता किया, फिर उसका फिंंगर प्रिंट लिया गया। मनोहर का फिंगर प्रिंट मनोहर के नाम से मैच कर गया। इस पर आरापी सियागो की बस्ती (जोधपुर) निवासी मनोहर बिश्नोई पुत्र धन्नाराम को गिरफ्तार कर लिया गया।