- पेट्रोल पम्प के अकाउंटेंट की मध्यस्थता में सेल्समैन ने ली राशि
- फर्म रिएक्टीवेट करने के लिए मांगी घूस, एसीबी की कार्रवाई
जालोर. जालोर में एसीबी (ACB) ने कार्रवाई करते हुए सेंट्रल जीएसटी (CGST) के अधीक्षक को रिश्वत लेने के आरोप में गिरफ्तार कर लिया। उसने एक ग्रेनाइट फर्म को रिएक्टीवेट करने की एवज में दो लाख रुपए की घूस मांगी थी। मामला एक लाख में तय हुआ। रिश्वत राशि एक पेट्रोल पम्प पर अकाउंटेंट के जरिए देनी थी। परिवादी ने अकाउंटेंट के कहने पर रिश्वत राशि सेल्समैन को दी। इसके बाद इशारा मिलते ही एसीबी टीम ने उसे रंगे हाथ गिरफ्तार कर लिया। मामले में आरोपी जीएसटी अधिकारी को भी गिरफ्तार किया गया है। वहीं, सह आरोपी अकाउंटेंट फरार हो गया।
बंद फर्म को रिएक्टीव करने के लिए रिश्वत
एसीबी एएसपी महावीरसिंह राणावत ने बताया कि जीएसटी विभाग में गड़बड़ी की लगातार शिकायतें मिल रही थी। इस दौरान जय गुरुदेव ग्रेनाइट के मालिक खेमराज ने एसीबी में शिकायत पेश की। उसकी फर्म वित्तीय वर्ष 2021-22 को टैक्स जमा नहीं होने के कारण बंद कर दिया था। इसे रिएक्टीवेट करने के लिए सीजीएसटी के अधीक्षक पुरा (जमवारामगढ़-जयपुर) हाल जालोर निवासी श्योराम मीणा पुत्र कल्याणसहाय मीणा ने एक लाख रुपए में तय किया गया। रिश्वत राशि पेट्रोल पम्प के सेल्समैन के जरिए ली जा रही थी। इन दोनों को गिरफ्तार कर लिया गया।
अकाउंटेंट ने फोन पर कहा, सेल्समैन को दे दो
मामले के अनुसार फर्म को रिएक्टीवेट करने के लिए केन्द्रीय वस्तु एवं सेवा कर रेंज जालोर के अधीक्षक श्योराम मीणा ने दो लाख रुपए की मांग की। एक लाख रुपए में बात तय हुई। मीणा ने यह राशि एसआर ब्रदर्स पेट्रोल पंप के अकाउंटेंट आशापूर्णा कॉलोनी निवासी नितेशकुमार पुत्र रामलाल गौड़ को देने को कहा। नितेश ऑफिस में नहीं होने उसने फोन पर कहा कि एक लाख रुपए सेल्समैन गोड़ीजी निवासी करताराम पुत्र रूपाराम चौधरी को देने के लिए कहा। करताराम ने जैसे ही एक लाख रुपए की रिश्वत ली, एसीबी ने उसे पकड़ लिया।#CGST officer arrested for taking bribe of one lakh in Jalore