जेल में रिश्वत मांगने का खेल, जेलर पर मामला दर्ज
- जेल में सुविधाएं देने के लिए मांगी घूस, बंदी बना जेलर का दलाल
जालोर. जेल में बंद रहने के दौरान सुविधाएं चाहिए तो तीन हजार रुपए काफी है। इसके लिए मध्यस्थता भी कैदी ही करवाते हैं। सांचौर उप कारागार में ऐसा ही मामला सामने आया है। गत दिनों दो बंदियों को जेल में रहते हुए सुविधाएं दिए जाने की एवज में तीन हजार रुपए मांगे जाने की शिकायत मिली। इसका सत्यापन किए जाने पर सही पाया गया, लेकिन रंगे हाथों पकडऩे का प्रयास फलीभूत नहीं हो पाया। इसके बाद भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (ACB) ने आरोपी जेलर व मध्यस्थता करने वाले बंदी के विरुद्ध प्रकरण दर्ज किया है। मामले की जांच सिरोही एसीबी के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक नारायणसिंह राजपुरोहित को सौंपी गई है।
इसलिए नहीं कर पाए रंगे हाथों गिरफ्तार
कारोला (सांचौर) निवासी श्रवणकुमार गर्ग ने एसीबी में शिकायत दर्ज कराई थी। इसमें बताया था कि उसे व उसके साथी दिलीपगिरी को सांचौर जेल में बंद रहने के दौरान दी गई सुविधाओं के बदले तीन हजार रुपए रिश्वत मांगी गई है। जेलर ने इसके लिए अन्य एक बंदी निकुल के जरिए रिश्वत मांगी। इस पर 31 अगस्त को सत्यापन किया तथा अगले ही दिन ट्रेप कार्रवाई के लिए जाल बिछाया गया, लेकिन आरोपियों के बीच रिश्वत राशि का आदान-प्रदान नहीं हो सका। अब दोनों आरोपियों पर प्रकरण दर्ज किया गया है।
फिलवक्त बहरोड़ में पदस्थापित है जेलर
एसीबी अधिकारियों के अनुसार इस मामले में सांचौर उप कारागार में कार्यरत तत्कालीन जेलर बेरू (नगर-भरतपुर) निवासी रामस्वरूप शर्मा पुत्र हरीशचंद्र शर्मा व मध्यस्थता करने वाले सहयोगी जेल के बंदी निकुल को आरोपी बनाया गया है। जेलर फिलवक्त बहरोड़ (अलवर) उप कारागार में पदस्थापित है।#Jalore.Game of asking for bribe in Sanchore jail, case registered against jailer