जोखिम भरी डगर, अशांत हो गया शांतिनगर

- रूट डाइवर्जन की अधूरी तैयारियों से बढ़ा जान-माल का खतरा
- संकरी गलियों से निकाले भारी वाहन, पलटने का भी अंदेशा
सिरोही. अनादरा चौराहे से सारणेश्वर पुलिया तक सडक सुदृढ़ीकरण का कार्य शुरू किया गया है। इसके लिए रूट डाइवर्ट किया जा चुका है, लेकिन समुचित तैयारियों के अभाव में लोगों की जान जोखिम में डाल दी। इस रोड पर खुदाई के बावजूद भारी वाहनों का संचालन किया जा रहा है। वहीं, संकरी गलियों में से ही वाहन निकाले जा रहे हैं। इससे इन मोहल्लों में भी जान-माल का खतरा बना हुआ है। आवागमन के लिए शांतिनगर के बीचोंबीच से वाहन निकाले जा रहे हैं। इन रास्तों में आगे-पीछे लग रहे जाम को खुलवाने में यातायात पुलिस का लगभग पूरा जाब्ता लगा हुआ है।#Sirohi. Road strengthening work from Anadra crossroads to Saraneshwar culvert – increased risk of life and property
टूटे मार्ग पर वाहन पलटने का खतरा
अधिकतर वाहनों को एक तरह से बंद रखे गए इस मार्ग पर डाला जा रहा है, लेकिन खुदाई हो जाने से वाहन पलटने का खतरा भी लगातार बना हुआ है। वाहनों को एक-एक कर निकाला जा रहा है, लेकिन टूटे मार्ग के कारण अनियंत्रित होने का अंदेशा बना हुआ है।
… तो आबादी को हो सकता है भारी नुकसान
कांदला रूट पर चलने वाले टैंकरों में अमूमन खतरनाक गैस व द्रव्य भरा रहता है। ऐसे में इनका पलटना या टकराना जान-माल के लिए भारी खतरे का सबब बन सकता है। आबादी क्षेत्र से होकर गुजर रहे भारी वाहन इसी खतरे को बढ़ा रहे हैं। खुदा न खास्ता इस तरह का एक भी वाहन हादसे का शिकार हो गया तो आसपास की आबादी को भारी नुकसान हो सकता है।

वाहन फंसने से बिखरा रूट डाइवर्जन
जानकारी के अनुसार डाइवर्जन के बाद वाहनों को बाहरीघाटा से फोरलेन एवं अनादरा चौराहा से पीपलकी मार्ग होते हुए निकाला जा रहा था। इस दौरान बाहरीघाटे में दो वाहन फंसने से आवागमन ठप हो गया। ऐसे में यह मार्ग बंद हो गया। इसके बाद वाहनों को सारणेश्वर पुलिया से वापस इसी मार्ग पर डाल दिया गया। अब वाहनों को अनादरा चौराहे से शांतिनगर व सर्किट हाउस के सामने से निकाला जा रहा है।
इस तरह संचालित होने थे वाहन
उल्लेखनीय है कि सार्वजनिक निर्माण विभाग ने इस मार्ग का डाइवर्जन 6 अक्टूबर से 31 अक्टूबर तक प्रस्तावित किया था। इसके तहत रेवदर/पाली की ओर से आने वाले व जाने वाले वाहनों को सिरोही बायपास (भाटकड़ा चौराहा, कलक्ट्रेट, बाहरीघाटा होते हुए संचालित करना था। वहीं, जावाल-जालोर मार्ग पर वाहनों के लिए गोयली-पीपलकी-अनादरा चौराहे से आवागमन अनुमत किया जाना प्रस्तावित किया।