बेपरवाही किसकी: बताया लड़का, सौंपी लड़की, कागजों में फिर लड़का

- जिला अस्पताल में प्रसव के बाद शिशु बदल जाने का आरोप
सिरोही. जिला अस्पताल में प्रसव के बाद शिशु बदल जाने का आरोप लगाया गया है। नवजात के परिजनों ने इस सम्बंध में प्रमुख चिकित्सा अधिकारी को शिकायत पेश की है। हालांकि इस मामले में विभागीय स्तर पर जांच की जा रही है, लेकिन यह तय है कि कहीं न कहीं बेपरवाही जरूर हुई है। यदि ऐसा नहीं होता तो शिशु बदले जाने का आरोप भी नहीं लगता। आरोप है कि प्रसव के बाद किसी कर्मचारी ने परिजनों को लड़का होने की जानकारी दी थी। इसके बाद उनको लड़की सौंपी गई। बात तो यहां तक भी ठीक थी, लेकिन प्रसूता को जब डिस्चार्ज करने लगे तो कागजों में लड़का बताया गया। ऐसे में परिजनों का संदेह गहराया। इसके बाद शिकायत दर्ज कराई गई। #pmo_sirohi_hospital
इस तरह चला घटनाक्रम
जिला अस्पताल में 11 जुलाई को एक महिला को भर्ती कराया गया था। प्रसव के बाद कर्मचारी ने परिजनों से कहा कि लड़का पैदा हुआ है। दो घंटे बाद कहा लड़की हुई है और वजन कम होने के कारण आईसीयू वार्ड में रखा गया है। 19 जुलाई को डिस्चार्ज टिकट दिया उस पर लड़का लिख रखा था। ऐसे में लड़की सौंपने पर परिजनों ने शिशु बदलने का आरोप लगाया।
फोटो लेनी चाही तो कागजात छीन लिए
जानकारी के अनुसार शहर के दक्षिणी मेघवालवास निवासी महिला का 11 जुलाई को अलसुबह प्रसव हुआ था। 19 जुलाई को डिस्चार्ज टिकट देते समय कागजों पर लड़का लिखा मिला। इस पर परिजनों ने कहा कि कागजों में लड़का और आप मुझे लड़की क्यों सौंप रहे हैं। आरोप यह भी है कि उसने कागजों की फोटो लेनी चाही, लेकिन उससे तत्काल ही कागजात छीन लिए गए।
अस्पताल की साख पर तो बट्टा लग ही जाएगा
फिलवक्त अस्पताल प्रशासन इस मामले में जांच करवा रहा है। लेकिन यह तय है कि इस पूरे मामले में बेपरवाही तो हुई है। फिर चाहे प्रसव होने के तत्काल बाद ही परिजनों को सूचना देने में हो गया लड़की सौंपने या कागज बनाने में हुई हो। चूक के कारण ही न केवल परिजनों में आक्रोश भड़का बल्कि शिशु बदले जाने का आरोप भी लगा। जांच में भले ही सब कुछ नॉर्मल हो जाएगा, लेकिन जिला अस्पताल की साख पर तो बट्टा लग ही जाएगा। आखिर क्या कारण है कि आए दिन जिला अस्पताल की साख को तार-तार किया जा रहा है और वे कौन लोग है जो इस संस्थान की गरिमा को पलीता लगाने में लगे हुए हैं। संस्थान के जिम्मेदारों को इनकी पहचान करते हुए सख्त कार्रवाई करनी चाहिए।#SIROHI.Accused_of_changing_baby_after_delivery_in_district_hospital
जांच के लिए उच्चस्तरीय कमेटी गठित
प्रमुख चिकित्सा अधिकारी डॉ. अश्विनी मौर्य बताते हैं कि परिजनों की ओर से इस तरह की एक शिकायत मिली है। इसमें जांच की जा रही है। इसके लिए एक उच्चस्तरीय कमेटी भी गठित की है। वे बताते हैं कि बेपरवाही करने वालों को बख्शा नहीं जाएगा। मामला क्लीयर होने के बाद कड़ी कार्रवाई की जाएगी।