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टोल कंपनी की बेपरवाही: किनारों पर खिसकी डामर से बने लम्बे उभार, जान गंवा रहे वाहन सवार

  • कई जगहों से उबड़-खाबड़ हुआ मंडार टोल रोड, मरम्मत में बरती जा रही औपचारिकता
  • सार्वजनिक निर्माण विभाग की अनदेखी में सुधर नहीं पा रहे रोड के हालात
    सिरोही. कहने को यह बीओटी मार्ग है, लेकिन स्थिति बिल्कुल दयनीय। टोल देने के बावजूद इस मार्ग पर चलना हादसों को न्योता देने के बराबर है। जी हां, सिरोही से मंडार टोल रोड का काफी हिस्सा उबड़-खाबड़ हो चुका है, लेकिन इसे दुरुस्त नहीं किया जा रहा। मरम्मत के नाम पर केवल औपचारिकता हो रही है। यहां तक कि टोल रोड की व्यवस्थाओं व खामियों पर निगरानी रखने वाला विभाग भी नींद में है। हादसों का सबब बन रहे टोल रोड को दुरुस्त करवाने पर किसी का ध्यान नहीं जा रहा। ऐसे में इस मार्ग पर आए दिन हादसे हो रहे हैं। इसके बाद भी न तो सार्वजनिक निर्माण विभाग ठोस मॉनिटरिंग रख पा रहा है और न टोल कंपनी इस सड़क को सुधार रही है। टोल कंपनी की बेपरवाही का खामियाजा कई बार वाहन चालकों को अपनी जान देकर चुकाना पड़ रहा है। उधर, निर्माण विभाग के अधिकारी पूरी सड़क को दुरुस्त ही बता रहे हैं।

लम्बे हिस्से में डामर के उभार
इस मार्ग पर तीन टोल बूथ है, जिनके नजदीक ही सड़क का काफी उबड-खाबड़ हो चुका है। किनारे की डामर एक तरफ आ गई है, जिससे कई फीट तक लम्बे उभार हो गए हैं। इन पर चलते हुए दुपहिया वाहन चालक अक्सर दुर्घटनाग्रस्त होते हैं। सिरोही से आगे वीर बावसी मंदिर के पास, सिंदरथ, कृष्णगंज, सिरोड़ी, अनादरा, लूणोल समेत कई जगह कमोबेश यही स्थिति है।

सड़क की खामी से बढ़ रहे बड़े हादसे
सड़क की इन खामियों के कारण इस राज्यमार्ग पर हादसे भी बढ़ रहे हैं। हाल ही में इस मार्ग पर कई हादसे हो चुके हैं। हाल ही में एक ट्रोलर व एक टैंकर बेकाबू होकर दुर्घटनाग्रस्त हो चुके हैं। सड़क पर चलते हुए अचानक ही बेकाबू होकर ये वाहन आग की भेंट चढ़ गए। ट्रोलर सवार जिंदा जल चुका है। उबड़-खाबड़ हो चुके हिस्से से गुजरते हुए दुपहिया व तिपहिया वाहन अक्सर फिसल जाते हैं। हल्की सी चूक में भारी वाहन भी अचानक ही बेकाबू हो जाते हैं, जो बड़े हादसे का शिकार बन जाते हैं।

इनकी नजरंदाजी में नहीं सुधर रही टोल रोड
निर्माण विभाग के अधिकारियों की माने तो टोल रोड पर सारी सुविधाएं चाक-चौबंद है, लेकिन हकीकतन ऐसा नहीं है। सड़क पर देखा जाए तो डामर कई जगहों पर स्थान छोड़ चुका है। किनारे-किनारे डामर का लम्बा भराव होने से साइड लेते समय वाहन फिसल जाते हैं। नहीं भी फिसले पर वाहन असंतुलित तो जरूर होता है। ऐसे में आगे-पीछे चल रहे वाहन की चपेट में आने या टक्कर होने की स्थिति हर समय बनी रहती है। संभवतया अधिकारियों की नजरंदाजी के कारण टोल कंपनी भी बेपरवाही बरत रही है। इनकी अनदेखी के कारण टोल कंपनी संचालक सुविधाएं दुरुस्त करने पर ज्यादा ध्यान नहीं दे रहे।

यह कहते हैं नियम…
नियमानुसार डामर के उभारों की मरम्मत होनी चाहिए। किनारों पर आई डामर को काटकर सड़क समतल करनी चाहिए। इसके बाद वापस मरम्मत की जाती है। टोल रोड होने से वाहन चालकों को पूरी सुविधा मिलनी चाहिए, लेकिन कार्यकारी एजेंसी सुविधा देने के बजाय टोल वसूली तक ही सीमित है।

ठीक करवाएंगे…
सिरोही-मंडार टोल रोड का हाल ही में जायजा लिया था, देखने पर यह सही हालत में ही है। यदि कहीं डामर के उभार बने होंगे तो ठीक करवाएंगे।
जगराम मीना, अधीक्षण अभियंता, सार्वजनिक निर्माण विभाग, सिरोही

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