
- झाडू लगाने से लेकर पोषाहार उठाने तक का जिम्मा बच्चों पर
- किताब-पेन संभालने वाले हाथों में भार उठा रहे स्कूली बच्चे
सिरोही. स्कूल में किताब-कॉपी संभालने वाले हाथों में भार ढुलाई की जा रही है। चौंकना लाजिमी पर हकीकत यही है। स्कूली बच्चों से न केवल झाडू लगवाया जा रहा है वरन् पोषाहार के थैले भी उतरवाए जा रहे हैं। जिस काम को मजदूरों के जरिए करवाना चाहिए वह स्कूली बच्चों से करवाया जा रहा है। स्कूलों में चल रही एक तरह की इस ‘बाल मजदूरीÓ पर कोई ध्यान नहीं दे रहा। शिक्षा के विभाग के जिम्मेदार इस पूरे मामले से अनभिज्ञता जता रहे हैं। ऐसे में पोषाहार के थैले उतरवाने में ठेकेदार बेफिक्रता से बच्चों से काम करवा रहा है। मामला पिण्डवाड़ा के समीप झाड़ोली गांव की राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय का है।
जब पता नहीं तो थैले कैसे उतर रहे
उधर, जिम्मेदारों को इस मामले की जानकारी तक नहीं है। जिस स्कूल में पोषाहार के थैले उतारे जा रहे हो वहां के शिक्षक या प्रभारी को इस मामले की जानकारी न हो ऐसा कैसे हो सकता है। यह तभी संभव है, जब ठेकेदार के भरोसे ही बिना गिनती किए पोषाहार के थैले रखवाए जा रहे हो। यदि ऐसा है तो यह जांच का विषय हो सकता है कि आखिर पोषाहार के थैले पहुंचाने में कितना घपला हो रहा है।

फिर किस तरह कर पाएंगे पढ़ाई
बच्चों से गैर शैक्षिक कार्य करवाया जा रहा है, लेकिन जिम्मेदार भी मौन धारण किए बैठे हैं। स्कूल में छात्र-छात्राएं झाडू लेकर कचरा साफ करने में जुटे नजर आए। कार्य करने से थके-हारे बच्चे और धूल-मिट्टी से सने हुए किस तरह से पढ़ाई कर पाएंगे कहना मुश्किल है। वहीं, पोषाहार के थैले लेकर आई पिकअप जीप को भी स्कूली बच्चों से खाली करवाया गया।
यह गलत है मामले की जानकारी लेंगे
इस मामले में मुख्य ब्लॉक शिक्षा अधिकारी भंवरलाल पुरोहित ने बताया कि स्कूल में साफ-सफाई के लिए अलग से कर्मचारी रहता है। बच्चों से कार्य नहीं करवाते। पोषाहार के थैले लाने के लिए ठेकेदार को मजदूर लाने चाहिए। बच्चों से कार्य करवाना गलत है। मामले की जानकारी ली जाएगी। यदि ऐसा हुआ है तो सख्त कार्रवाई की जाएगी।#sirohi/pindwara.contractor does not bring laborers, school children unloading nutrition bag