ठेकेदार ही बदल गए और ये बता रहे हम जांच कर रहे हैं

- जनप्रतिनिधियों के सवालों पर दस माह में भी नपा-तुला जवाब
- शराब के अवैध कारोबार पर मूकदर्शक बना आबकारी महकमा
सिरोही . शराब ठेकों में बदलाव हुए भी छह माह गुजर गए और आबकारी महकमा नौ माह पहले पूछे गए सवालों के जवाब में जांच करना बता रहा है। चौकना लाजिमी पर हकीकत यही है। शिवगंज तहसील के ओड़ा गांव में शराब की अवैध बिक्री की शिकायत पर आबकारी महकमे के नपा-तुला जवाब आया है। अधिकारी का कहना रहा कि ओड़ा गांव में इस तरह की कोई दुकान या गोदाम नहीं है। ठीक बात है, लेकिन दिलचस्प तो यह है कि सवाल पूछे जाने के तीन माह बाद ही अप्रेल से ठेकों का नवीनीकरण या बदलाव हो गया। सवालों का जवाब इस बदलाव के छह माह बाद आया है। वैसे गोदामों की आड़ में अवैध शराब की जमकर बिक्री हो रही है और आबकारी महकमा मूकदर्शक बना हुआ है।
यह तो उदाहरण है, जिलेभर में यही हालात
गत जनवरी माह में सवाल उठते ही इस मामले में जांच या कार्रवाई की जाती तो संभवतया अवैध शराब बिक्री का मामला पकड़ में आ सकता था। लेकिन, ऐसा नहीं हो पाया। नौ माह बाद जब वापस बैठक आयोजन होना था तब जवाब देने की खातिर नपा-तुला जवाब देकर अनुपालना रिपोर्ट भेजी गई। ऐसे में अवैध शराब के कारोबार पर अंकुश किस तरह लग सकेगा यह आसानी से सोच सकते है। यह स्थिति केवल ओड़ा पंचायत क्षेत्र की ही हो, ऐसा भी नहीं है। जिलेभर में कमोबेश ऐसे ही हालात है।
बैठक में 21 जनवरी को उठा था सवाल
जिला परिषद की 21 जनवरी, 25 को आयोजित बैठक में सदस्य दलीपसिंह ने इस सम्बंध में सवाल उठाया था। उनका कहना था कि ओड़ा गांव में शराब की दुकान नहीं है वहां पर सिर्फ शराब का गोदाम है। फिर भी शराब बिक रही है, नियमानुसार कार्रवाई की जाएं।
विभाग ने नौ महीने बाद भेजा जवाब
जिला परिषद की 29 अक्टूबर को हुई बैठक में अनुपालना रिपोर्ट पढ़ी गई। इसमें 10 अक्टूबर को ही जिला आबकारी अधिकारी कार्यालय से भेजी रिपोर्ट के अनुसार नपा-तुला जवाब दिया गया। बताया गया कि ओड़ा में मदिरा दुकान या गोदाम संचालित नहीं है। अवैध शराब बिक्री के सम्बंध में जांच की जा रही है।
फैक्ट फाइल
- ग्राम पंचायत ओड़ा के अधीन सेऊड़ा में चल रहा शराब ठेका
- पंचायत क्षेत्र के ही अन्य गांव अखापुरा में खोल रखा है गोदाम
- जावाल-कैलाशनगर मुख्य मार्ग पर स्वीकृत है शराब का गोदाम
- रिटेल काउंटर की तरह चल रहा है अखापुरा गांव का यह गोदाम



