तस्करी का जब बड़ा मामला था तो कड़ाई से पूछताछ ही करते

- पकडऩे में जिले का जाब्ता और पूछताछ में महज औपचारिकता
सिरोही. शराब भरे जिस वाहन को पकडऩे के लिए आबकारी महकमे ने बड़ी गंभीरता दिखाई और पूरे जिले का जाब्ता लगा दिया उस मामले में गिरफ्तार आरोपी से शायद सख्त पूछताछ तक नहीं कर पाए। जब इतना ही भारी मामला था तो कड़ाई से पूछताछ होनी चाहिए थी, ताकि शराब तस्करी से सम्बंधित और राज खुल जाते। वैसे महकमे की ओर से जारी प्रेस नोट में ऐसा जरूर बताया गया है कि आरोपी से पूछताछ की जाएगी। इसमें दर्शाया है कि वाहन चालक से प्रकरण में जुड़े अन्य सम्मिलित व्यक्तियों के संबंध में अग्रिम अनुसंधान किया जाएगा। लेकिन, गिरफ्तार आरोपी को पूछताछ के लिए रिमांड पर ही नहीं लिया गया तो अन्य आरोपियों की जानकारी किस तरह मिलेगी, यह कहना मुश्किल है।
फोटो सेशन में जिला अधिकारी भी
शराब भरी कार पकडऩे के बाद बकायदा फोंटो सेशन तक करवाया गया। इसके लिए जिला आबकारी अधिकारी भी मौके पर पहुंचे। रेवदर वृत्त कार्यालय में कार, बरामद शराब और आरोपी के साथ फोटो सेशन किया गया। इसमें कार्रवाई करने वाले सिरोही व रेवदर के वृत्त निरीक्षक व प्रहराधिकारी भी सम्मिलित हुए।
कार पकडऩे में पूरा जिला लगाया
महकमे से जारी प्रेस नोट में बताया गया है कि रेवदर आबकारी निरीक्षक राकेश खत्री, सिरोही निरीक्षक आशीष शर्मा व रेवदर प्रहराधिकारी देवाराम चौधरी मय जाब्ता ने मुखबीर खास से मिली सूचना के आधार पर पीथापुरा-मोरवाड़ा आम रास्ते पर कार्रवाई की। अच्छी बात है, लेकिन एक कार पकडऩे में पूरे जिले के अधिकारी तैनात कर दिए गए यह सोचने वाली बात है। वैसे यह इलाका रेवदर क्षेत्र में और गुजरात सीमा पर ही है।
नेटवर्क तोडऩे में सफल नहीं हो पा रहे
रेवदर-मंडार क्षेत्र गुजरात सीमा से सटा होने के कारण यह शराब तस्करों के लिए यह पसंदीदा मार्ग है, लेकिन अन्य राज्यों में बेचने के लिए निर्मित व राजस्थान में निर्मित शराब की जमकर तस्करी हो रही है। इसके बावजूद शराब तस्करी का नेटवर्क तोडऩे में महकमे को सफलता नहीं मिल पा रही। इस सम्बंध में जिला आबकारी अधिकारी अजय जैन, सिरोही वृत्त निरीक्षक व रेवदर वृत्त निरीक्षक से सम्पर्क करने का प्रयास किया गया पर किसी ने भी फोन रिसीव नहीं किया।



