तस्करों की मदद के लिए पुलिस को पैसे देने वाला गिरफ्तार

- दस लाख की डील कर तस्करों को फरार करवाने वाली महिला थानाधिकारी व तीन पुलिसकर्मी हो चुके हैं बर्खास्त
सिरोही. डोडा-पोस्त बरामदगी के मामले में दस लाख की डील कर पैसों की मदद करने वाले आरोपी को पुलिस ने जालोर से दबोच लिया गया। इस मामले में तस्करों को फरार करवाने वाली महिला थानाधिकारी व तीन पुलिसकर्मियों को राज्य सेवा से बर्खास्त किया जा चुका है।
पुलिस अधीक्षक धर्मेंद्रसिंह ने बताया कि जांच अधिकारी हरिसिंह राजपुरोहित मय टीम आरोपियों की तलाश में जुटे हुए थे। गहन विश्लेषण के बाद आरोपियों के ठिकानों पर दबिश दी गई। पुलिस के हाथ लगे तस्कर दिनेशकुमार को छुड़वाने के लिए रुपयों की व्यवस्था करवाने वाले आरोपी सेवाड़ा (चितलवाना-जालोर) निवासी हेमाराम पुत्र छोगाराम बिश्नोई को दस्तियाब किया गया। पूछताछ में उसने अपराध स्वीकार किया, जिस पर उसे गिरफ्तार किया गया। पुलिस अब उससे और गहनता से पूछताछ कर रही है, ताकि इस पूरे नेटवर्क का खुलासा हो सके।
कार से बरामद किया डोडा-पोस्त
ज्ञातव्य है कि गत 15 नवम्बर को बरलूट की तत्कालीन थानाधिकारी सीमा जाखड़ ने नाकाबंदी के दौरान कार जीजे 06 पीए 9934 में भरे डोडा-पोस्त जब्त किए थे। फिर झूठी कहानी रचते हुए तस्कर को फरार करने में मदद की। मामले में दस लाख रुपए की डील होना सामने आया। इस सम्बंध में थानाधिकारी व अन्य तीन पुलिसकर्मियों की मिलीभगत सामने आने पर इनको राज्यसेवा से बर्खास्त किया जा चुका है।
सामने आई थी पुलिस की मिलीभगत
उधर, इस मामले में पुलिस अधीक्षक को गोपनीय सूत्रों से मिली जानकारी के आधार पर सामने आया कि एनडीपीएस एक्ट की इस कार्रवाई के दौरान फरार हुए आरोपी पुलिस की मिलीभगत से भागे हैं। इसमें थानाधिकारी सीमा जाखड़ एवं थाने में पदस्थापित कांस्टेबल ओमप्रकाश, सुरेशकुमार व हनुमानराम पर आरोपियों की फरारी में मिलीभगत के आरोप लगे। मामले की गंभीरता को देखते हुए प्रथमदृष्टया इन पुलिसकर्मियों को निलम्बित कर दिया गया था। साथ ही सिरोही पुलिस उप अधीक्षक मदनसिंह को जांच सौंपी गई।