
- सरकारी आवास में शराब पार्टी व छेड़छाड़ मामले में अब भी मूकदर्शक
- महिला सुरक्षा से जुड़े मामलों में भी जिम्मेदारों का शिथिल रवैया
सिरोही. जिला अस्पताल के सरकारी क्वार्टर में अवैध रूप से चल रही शराब पार्टियां और युवती बुलाने के मामले ने एक बात तो साफ कर दी कि यहां सब कुछ ठीक नहीं चल रहा है। सरकारी आवास में बाहर के लोगों को एकत्र कर पार्टियां करना और युवती को बुलाने तक के मामले में अस्पताल प्रबंधन अब भी मूकदर्शक बना हुआ है। तो क्या यह मान सकते है कि परिसर में अस्पताल प्रबंधन की शह पर अनैतिक कार्य चल रहे हैं। ऐसा होना तो नहीं चाहिए, लेकिन शराब पार्टी और युवती से छेड़छाड़ मामले में प्रबंधन की ओर से अभी किसी से स्पष्टीकरण तक नहीं मांगा गया है। ऐसे में इस बात को बल मिलना भी लाजिमी है। चाहे जो हो, लेकिन यह तय है कि अस्पताल परिसर के सरकारी आवास में शराब पार्टी और युवती को बुलाने के मामले में प्रबंधन कहीं न कहीं शिथिल रवैया अपनाए हुए है। शायद इसी वजह से अनैतिक कार्य करने करने वालों को शह मिल रही है।#sirohi_district_hospital
नर्सेज ने लगाया पक्ष लेने का आरोप
महिलाओं की सुरक्षा से जुड़े इस मामले में अस्पताल प्रबंधन को पहले से सख्त रूख अपनाना चाहिए था, लेकिन ऐसा नहीं हो सका। उधर, नर्सेज एकीकृत महासंघ की ओर से जिला प्रशासन व पुलिस को सौंपे गए ज्ञापन में भी यह आरोप लगाया गया है कि इस मामले में शराब पार्टी करने वालों का पक्ष लिया जा रहा है। पीएमओ से मिलने पर नर्सेज को धमकी देने का भी आरोप लगाया गया है।
उनके पास ऐसी कोई जानकारी नहीं आई
इस पूरे मामले में प्रमुख चिकित्सा अधिकारी का पक्ष जानने का प्रयास किया। उनकी ओर से प्रथमदृष्टया यही बताया जा रहा है कि ऐसी कोई जानकारी उनके पास नहीं आई थी। पुलिस की ओर से भी उनसे कोई जानकारी नहीं चाही गई है। ऐसे में वे इस सम्बंध में फिलवक्त कुछ नहीं कर सके।
पुलिस के नोटिस या पूछताछ का इंतजार
माना कि घटनाक्रम के समय पीडि़ता सीधे ही पुलिस के पास पहुंच गई, लेकिन मामला उजागर होने के बाद तो अस्पताल प्रबंधन कुछ कार्रवाई कर सकता था। फिर भी न तो सम्बंधित चिकित्सक को नोटिस जारी किया और न स्पष्टीकरण मांगा। अभी तक तो केवल पुलिस से आने वाले नोटिस या पूछताछ के बाद ही आगे की कार्रवाई किए जाने की बात कही जा रही है।
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यह था मामला:
सीएमएचओ के नाम पर बुलाया और कमरे में खींचा
ज्ञातव्य है कि गत 3 जुलाई को अस्पताल परिसर में इस तरह की एक वारदात हो चुुकी है। पीडि़ता ने इस सम्बंध में पुलिस में रिपोर्ट दर्ज कराते हुए उन मोबाइल नम्बरों का हवाला दिया है, जिनसे कॉल आए थे। साथ ही एक चिकित्सक के नाम का हवाला देते हुए बताया है कि उस चिकित्सक के ऊपर वाले क्वार्टर में उसे आने के लिए कहा गया था। आरोप है कि उसे मोबाइल नम्बरों से कॉल आया था। सामने वाला अपने को सीएमएचओ बताते हुए बोला कि जॉब की जरूरत है तो हॉस्पिटल आओ। इस पर वह वहां गई तथा कॉल लगाया तो जवाब मिला कि फलां चिकित्सक के ऊपर वाले क्वार्टर में आ जाओ। वहां जाने पर अंदर खड़े व्यक्ति ने उसे अंदर खींचा, लेकिन उसके साथ आई सहेली ने उसे बाहर खींच लिया।