सिरोहीrajasthansirohiराजस्थान

… तो क्या कागजों में चल रहे व्हील चेयर, स्ट्रेचर व कार्मिक

  • गंभीर मरीजों को वार्ड तक ले जाने के कोई प्रबंध नहीं
  • अधिकारी बताते हैं पर्याप्त व्यवस्थाएं है तो दिखते क्यों नहीं

सिरोही. जिला अस्पताल में उपचार के लिए आने वाले मरीजों को न तो व्हील चेयर मिल रही है और न स्टे्रचर। फिर मरीज चाहे गंभीर अवस्था में हो या ऑपरेशन किया हुआ इससे कोई फर्क नहीं पड़ता। ऑपरेशन के बाद जब मरीज को बड़ी एहतियात के साथ स्टे्रचर पर लेटाकर वार्ड तक ले जाना होता उनके लिए ऐसी कोई सुविधा यहां नजर नहीं आती। राजकीय मेडिकल कॉलेज से सम्बद्ध जिला अस्पताल में यहीं स्थिति है। यहां स्ट्रेचर व व्हील चेयर तो दूर कार्मिकों का भी टोटा बना हुआ है। लिहाजा चेयर व स्टे्रचर कोई टूटा-फूटा मिल भी जाए पर चलाने वाला नहीं मिलेगा। मजबूरन मरीज के साथ आने वाले परिजन ही ऑपरेशन थियेटर से वार्ड तक ले जाने का काम करते हैं। वैसे अस्पताल के जिम्मेदारों को इससे कोई सरोकार नहीं है। प्रमुख चिकित्सा अधिकारी डॉ. वीरेंद्र महात्मा का कहना है कि व्हील चेयर, स्ट्रेचर व वार्ड ब्वाय पर्याप्त मात्रा में हैं। वैसे यह मान भी ले तो यह सब कहां हैं यह दिखना भी तो चाहिए।

अव्यवस्थाओं के बीच मरीजों की जान सांसत में
उधर, प्रमुख चिकित्सा अधिकारी डॉ. वीरेंद्र महात्मा बताते हैं कि सभी वार्डों में वार्ड ब्वॉय है और स्टे्रचर व व्हील चेयर भी है। वैसे इतना बताने के बावजूद कोई कार्मिक दिखता क्यों नहीं। शायद यह सब कागजों में ही चल रहा है। चाहे तो हो पर जिला अस्पताल की इन अव्यवस्थाओं के बीच मरीजों की जान सांसत में बनी हुई है और अधिकारी अपनी कमियों पर पर्दा डालने का प्रयास करते दिख रहे हैं।

एक को उतार कर दूसरों को शिफ्ट किया
जिला अस्पताल में सोमवार को बड़ी विचित्र स्थिति दिखी। ऑपरेशन थियेटर के बाहर लेटे तीन मरीजों को ऑपरेशन के बाद वार्ड में शिफ्ट करने वाला कोई नहीं दिखा। परिजनों को घंटेभर तक स्ट्रेचर या कार्मिक नहीं मिला। इस दौरान एक्स-रे रूम के बाहर एक स्ट्रेचर पर मरीज मिला। उसका परिजन उसे स्ट्रेचर पर लेकर आया था। थोड़ी देर के लिए यह स्ट्रेचर लेकर गए इन परिजनों ने एक-एक कर अपने मरीज वार्ड तक शिफ्ट किए। फिर एक्स-रे रूम के बाहर खड़े मरीज को स्ट्रेचर वापस सौंपा।

इनका कहना है…
हमने सभी वार्ड में वार्ड ब्वॉय लगा रखे हैं। स्ट्रेचर व व्हील चेयर भी है। कोई मर्जी से ही अपना मरीज लेकर जाता होगा, बाकि हमारे कार्मिक ही स्ट्रेचर व व्हील चेयर चलाते हैं।

  • डॉ.वीरेंद्र महात्मा, प्रमुख चिकित्सा अधिकारी, सिरोही अस्पताल

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