… तो क्या जिम्मेदारों की सरपरस्ती में चल रही है करोड़ों की अवैध वसूली

- परिवहन विभाग की वसूली को अनदेखा कर रहे जिम्मेदार
- यहां से गुजरने वाले अधिकारी व जनप्रतिनिधि भी बेखबर
सिरोही. रेवदर से सटे करोटी में परिवहन विभाग ने अवैध रूप से नाका स्थापित कर वसूली शुरू कर रखी है। यह लगभग दो माह से चल रहा है, लेकिन एक भी जिम्मेदार इस ओर ध्यान नहीं दे रहा। यहां तक कि जनप्रतिनिधियों को भी इससे कोई सरोकार नहीं है। अधिकारी व जनप्रतिनिधि आए दिन इसी मार्ग से गुजरते हैं, लेकिन वे इस पूरी प्रक्रिया को अनदेखा कर जाते हैं। जाहिर है जिम्मेदारों की सरपरस्ती में ही यह सब चल रहा है। यदि ऐसा नहीं होता तो परिवहन विभाग की यह अवैध वसूली कब की बंद हो जाती।
आखिर क्यों मूंद रखी है आंखें
रेवदर के लिए आए दिन अधिकारियों व जनप्रतिनिधियों की आवाजाही रहती है, लेकिन इनको यह अवैध वसूली नजर क्यों नहीं आ रही। आखिर क्या कारण है कि हाईवे पर चौबीस घंटे चल रही इस अवैध वसूली को लेकर जिम्मेदारों ने आंखें मूंद रखी है।
इनको नजर ही नहीं आती अवैध वसूली
अवैध वसूली को देखकर लगता है कि रेवदर ब्लॉक जिला मुख्यालय से कटा हुआ है। शायद रेवदर के लिए न तो कोई अधिकारी जाता है और न ही जनप्रतिनिधि। और तो और रेवदर से कोई जिला मुख्यालय के लिए शायद आता भी नहीं है। इसलिए कि अधिकारी व जनप्रतिनिधियों की आवाजाही होती तो यह अवैध वसूली भी इनकी नजर में आए बगैर नहीं रह सकती थी।
इनकी आवाजाही का मार्ग ही यह तो फिर अनदेखी क्यों
करोटी क्षेत्र रेवदर व आबूरोड का सेंट्रल प्वाइंट माना जाता है। सिरोही से इन जगहों के लिए आवाजाही करनी हो तो करोटी से ही जाना होता है। लिहाजा यह तो तय है कि जिले के कई अधिकारी व जनप्रतिनिधि करोटी से गुजरते ही है। वैसे जिला प्रमुख व रेवदर विधायक, पूर्व विधायक, प्रधान आदि के सिरोही आवागमन के लिए यहीं मार्ग है। वे इसी हाईवे से आए दिन गुजर रहे हैं, लेकिन परिवहन विभाग की इस अवैध वसूली को अनदेखा कर जाते हैं। सवाल यही है कि आखिर क्यों।