दो माह पहले बनी सड़क का लोकार्पण, अभी से लग गए दो पैबंद
- बनते-बनते ही जो सड़क क्षतिग्रस्त हो रही उसकी गारंटी क्या
- विधानसभा अध्यक्ष व सीएम सलाहकार के हाथों करवाया लोकार्पण
सिरोही. जिस सड़क पर निर्माण के दो माह में ही दो जगह पैबंद लग चुके हो उसका लोकार्पण विधानसभा अध्यक्ष एवं सीएम के सलाहकार व स्थानीय विधायक के हाथों करवा दिया गया। पैबंद भी ऐसे कि एक जगह तो सड़क नाले में ही धंस चुकी थी तो दूसरा स्कूल के बाहर। हालांकि सार्वजनिक निर्माण विभाग ने इसे तत्काल ही दुरुस्त भी करवा दिया, लेकिन बनते-बनते ही जो सड़क क्षतिग्रस्त हो रही हो वह गारंटी अवधि का कितना समय निकाल पाएगी यह सोच सकते है।
सुराख में समाई सड़क, फिर मरम्मत हुई
मामला कैलाशनगर-हरजी मार्ग का है। पौने नौ करोड़ की लागत से बनी इस सड़क का निर्माण कार्य अगस्त माह में ही पूरा हुआ है। ऐसे में हरजी सीमा से पहले का एक नाला धंस गया। क्षातिग्रस्त होने से सड़क का एक हिस्सा भी सुराख में समा गया। इसी मार्ग पर जुबलीगंज स्कूल के पास डामर की परत उखड़ गई। अब इन दोनों जगहों पर मरम्मत हो चुकी है।
… ताकि कमियों पर किसी की नजर न पड़े
इसे सार्वजनिक निर्माण विभाग की लीपापोती ही कहा जाएगा कि सड़क का हाथोंहाथ लोकार्पण करवा दिया गया। नाले में सुराख बनने से धंसी सड़क को भी तत्काल ही दुरुस्त कर दिया गया। वहीं, स्कूल के बाहर से जो परत उखड़ी थी उसे भी ठीक करवा दिया। माना जा रहा है कि क्षतिग्रस्त सड़क को ताबड़तोड़ ठीक करने के बाद लोकार्पण भी करवा दिया गया, ताकि कमियों पर किसी की नजर न पड़े।
इन कार्यों का किया लोकार्पण व शिलान्यास
विधानसभा अध्यक्ष सीपी जोशी व स्थानीय विधायक संयम लोढ़ा के हाथों शिवगंज तहसील के मनादर गांव में विकास कार्यों का लोकार्पण करवाया गया है। इसमें मनादर खेल मैदान की चारदीवारी निर्माण कार्य का लोकार्पण, मनादर कचरा संग्रहण केन्द्र कार्य का शिलान्यास, उद्यान का शिलान्यास, जावाल-कैलाशनगर-हरजी सड़क के सुदृढ़ीकरण व चौड़ाईकरण कार्य का लोकार्पण, मनादर से मेडका सड़क डामरीकरण का शिलान्यास शामिल है।
अभियंता जता रहे अनभिज्ञता
इस पूरे मामले में सार्वजनिक निर्माण विभाग के अधिकारी कुछ भी बताने से बच रहे हैं। सड़क की स्थिति को लेकर अधीक्षण अभियंता तो बात तक नहीं कर रहे हैं, वहीं अधिशासी अभियंता पूरी तरह से अनभिज्ञता जता रहे हैं। उनका कहना रहा कि इस सम्बंध में सहायक अभियंता ही कुछ जानकारी दे सकते हैं। जिम्मेदारों का यह रवैया समझ से परे है।
अब सड़क ठीक है…
नाला पुराना ही था, जो धंस गया था। उसे ठीक करवा कर सड़क दुरुस्त करवाई थी। स्कूल के बाहर बरसाती पानी के कारण सडक क्षतिग्रस्त हुई थी उसे भी ठीक कर दिया था। अब पूरी सड़क ठीक है।
- दामोदर देवासी, एईएन, सार्वजनिक निर्माण विभाग, सिरोही