नगाड़ों और जयकारों के बीच शंखनाद से गूंजी नाथजी की नगरी

- वैदिक मंत्रोच्चार से महारूद्र यज्ञ का आगाज, पीर शांतिनाथ महाराज का भण्डारा महोत्सव
जालोर. जलंधरनाथ की तपोभूमि नगाड़ों व जयकारों से गुंजायमान रही। शंखनाद से लोग झूम उठे। श्रद्धालुओं में उल्लास इतना कि चहुंओर लोगों का रैला सा नजर आता रहा। सिरे मंदिर धाम पर महारूद्र यज्ञ का आगाज किया गया। पीर शांतिनाथ महाराज के तृतीय भण्डारा महोत्सव को लेकर जालोर में कई आयोजन हो रहे हैं। इसके तहत बुधवार सुबह शोभायात्रा निकाली गई। पीर गंगानाथ महाराज, लेटा महंत रणछोड़ भारती महाराज, कदरी मठ के राजा निर्मलनाथ महाराज सहित कई साधु-संतों का सान्निध्य रहा।
भक्तों का हुजूम उमड़ा रहा
इसमें नगाड़ों की गूंज व भजनों की स्वर लहरियों के बीच नाथजी के जयकारे गुंजायमान रहे। पीर शांतिनाथ महाराज के जयकारो से जालोर नगरी धर्ममय नजर आई। शोभायात्रा में भक्तों का हुजूम उमड पड़ा। भैरूनाथ अखाड़े से लेकर सिरे मंदिर तलहटी तक अपार भीड़ रही। अखाड़े के पीर गंगानाथ महाराज ने भगवान शिव व गणेश पूजा के साथ शोभायात्रा को रवानगी दी।

इस तरह सजी शोभायात्रा की झांकी
शोभायात्रा में सबसे आगे बैंड टीम रही। संगीत के साथ अश्व पर धर्म ध्वजा फहरती नजर आई। ऊंट सवार नगाड़े के साथ शामिल हुए। अश्व नृत्य, अश्व सवार साधु-महात्मा भी शोभा बढ़ाते रहे। बाड़मेर के कलाकारों ने गेर नृत्य की छटा बिखेरी। वहीं, जालोर की महिलाओं का लूर नृत्य, सिर पर कलश धारण किए बालिकाएं भी शोभायात्रा में शामिल रही।
आकर्षक रही शिव झांकी
शोभायात्रा में हरियाणा सिरसा के रामू मारवाडी की शिव झांकी ने मन मोह लिया। विशाल नंदी पर बिराजित भगवान शिव के समक्ष अघोरी बाबा का तांडव श्रद्धालुओं को आकर्षित करता रहा। बाबाओं ने भभूति उड़ाते हुए माहौल को धर्ममय बना दिया।
नाथजी के दर्शन लाभ लिए
शोभायात्रा में नाथजी की झांकी भी सजी रही। इससे श्रद्धालु नाथ सम्प्रदाय से रूबरू हुए। झांकी में सिरे मंदिर धाम के पीठाधीश्वर रहे महंत सुआनाथ महाराज से लेकर महंत शांतिनाथ महाराज की झांकी सजी रही। नाथ सम्प्रदाय के सभी गुरुओं के दर्शन करने का अवसर मिला। भगवान कृष्ण व राधा की झांकी ने भी मन मोह लिया।