नारकोटिक्स विभाग के इंस्पेक्टर ने ली दो लाख की रिश्वत, एसीबी ने पकड़ा

- एनडीपीएस एक्ट के तहत आरोपी नहीं बनाने के लिए मांगे पांच लाख, दो लाख में माना, तलाशी में घर से मिले छह लाख रुपए भी
जयपुर. भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (एसीबी) ने कार्रवाई करते हुए नारकोटिक्स विभाग के इंस्पेक्टर को दो लाख रुपए की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ गिरफ्तार किया। इंस्पेक्टर ने एनडीपीएस एक्ट के तहत एक जने को आरोपी नहीं बनाने की एवज में परांच लाख रुपए मांगे थे। इसके बाद दो लाख में सहमति बनी। एसीबी ने कार्रवाई करते हुए उसे घर से गिरफ्तार कर लिया। तलाशी में उसके घर से भी छह लाख रुपए बरामद किए जाने की बात सामने आ रही है।
एसीबी अधिकारी बताते हैं कि नारकोटिक्स ब्यूरो में इंस्पेक्टर अमन फोगाट पुत्र ओमप्रकाश फोगाट को गिरफ्तार किया गया है। एसीबी को शिकायत मिली थी कि नारकोटिक्स के झूठे मामले में आरोपी नहीं बनाने की एवज में अमन फोगाट 5 लाख रुपए रिश्वत मांग रहा है तथा परिवादी को परेशान कर रहा है। इस पर शिकायत का सत्यापन किया गया। बाद में उसे ट्रेप कर लिया गया। आरोपी इंस्पेक्टर अमन फोगाट मूलत: झुंझुनूं जिले के सूरजगढ़ इलाके के गांव बड़सरी का बास निवासी है।

पौने दो लाख की डमी करंसी
एसीबी ने ट्रेप कार्रवाई के दौरान परिवादी को राशि देकर भेजा। पीडि़त को एसीबी ने 30 हजार रुपए व एक लाख 70 हजार रुपए डमी करंसी देकर भेजा। एसीबी टीम कुछ दूरी पर खड़ी रही तथा इंस्पेक्टर के घर के बाहर ही इंतजार करती रही। इंस्पेक्टर ने पीडि़त से रुपयों से भरा बैग लिया और घर में चला गया। इशारा मिलने पर टीम ने आरोपी इंस्पेक्टर को दबोच लिया।
इस तरह किया ट्रेप
पीडि़त ने 6 दिसंबर को एसीबी में शिकायत दी थी। सत्यापन के बाद एसीबी ने कार्रवाई शुरू की। आरोपी ने परिवादी को विद्याधरनगर स्थित आवास पर बुलाया। टीम भी परिवादी के पीछे चलती रही। आरोपी घर से थोड़ी दूर बाइक लेकर आया तथा परिवादी को खुद की बाइक पर बैठाकर ले गया। करीब दस मिनट इधर-उधर घूमाने के बाद वापस अया तथा पैसे लेकर अपने आवास में चला गया। इंस्पेक्टर ने घर में घुसते ही कुंडी बंद कर ली। एसीबी टीम पहुंची तो आरोपी ने गेट नहीं खोला। बाद में एसीबी गेट की कुंडी तोड़कर अंदर घुसी और रकम बरामद कर इंस्पेक्टर को गिरफ्तार कर लिया।
यह था मामला
नारकोटिक्स इंस्पेक्टर अमन फोगाट ने रिश्वत की यह राशि जयपुर में एक मेडिकल स्टोर संचालक से एनडीपीएस एक्ट में नहीं फंसाने की एवज में ली थी। अमन ने मेडिकल स्टोर संचालक से पांच लाख रुपए मांगे, लेकिन सौदा दो लाख रुपए में तय हुआ।
ढाई साल पहले दहेज नहीं लिया, अब रिश्वत ली
इस मामले में रोचक तथ्य यह सामने आ रहा है कि आरोपी इंस्पेक्टर ने ढाई साल पहले शादी के दौरान दहेज नहीं लिया था। शादी में अमन के परिवार ने दहेज नहीं लेकर मिसाल दी थी। उसके पिता ने बहू को कार गिफ्ट की थी। अब एसीबी की कार्रवाई में घूस लेते पकड़ा गया। इसके पिता सेना से रिटायर होने के बाद आबकारी विभाग में सेवारत हैं।#Inspector of Narcotics Department took bribe of two lakhs, ACB caught him