सिरोहीrajasthansirohiराजस्थान

पांच करोड़ में केवल पेचवर्क और वह आधे-अधूरे

  • राष्ट्रीय राजमार्ग के अधीन गया मंडार-रेवदर मार्ग बदहाल
  • सालभर बाद भी नहीं हो पाई सत्तर किमी मार्ग की मरम्मत

सिरोही. रेवदर-मंडार राज्यमार्ग अब राष्ट्रीय राजमार्ग के अधीन है। इसकी टूट-फूट दुरुस्त करने के लिए सालभर पहले पांच करोड़ रुपए स्वीकृत हुए थे, लेकिन अभी तक न तो मरम्मत हो पाई और न वाहन चालकों को राहत मिली। महज सत्तर किमी दूरी के इस मार्ग की मरम्मत को पांच करोड़ रुपए का बजट मिला, लेकिन अभी तक पेचवर्क ही हो पाया है और वह भी आधा-अधूरा। यहां तक कि बदहाल पड़े इस मार्ग की दुरुस्ती तो दूर अधिकारी इस मामले में बात करने से भी कतरा रहे हैं। आखिर ऐसा क्यों है यह कहना मुश्किल है।

मरम्मत नहीं हुई इसलिए प्रदर्शन किया
सालभर पहले इसे राष्ट्रीय राजमार्ग (एनएच) के अधीन दिया गया था। इसके बाद इस पर मरम्मत के लिए बजट स्वीकृत किया गया। लेकिन, सालभर बाद भी मरम्मत के लिए आया बजट कहीं उपयोग होता नहीं दिख रहा। लिहाजा रेवदर व मंडार कस्बों में लोग प्रदर्शन भी कर चुके हैं।

करोड़ों की राशि और कोई हलचल नहीं
केंद्रीय परिवहन और हाईवे मंत्रालय ने सडक़ सुधार और डीपीआर तैयार करने के लिए कुल 5.87 करोड़ रुपए स्वीकृत किए थे। इसमें से 1.91 करोड़ रुपए डीपीआर निर्माण व 4.96 करोड़ रुपए सडक़ मरम्मत के लिए आवंटित किए गए। डीपीआर इस सडक़ को फोरलेन में तब्दील करने के लिए बनाई जानी है, लेकिन सालभर बाद भी कोई हलचल नहीं दिख रही।

जान-माल का नुकसान झेलने की मजबूरी
सिरोही से लेकर अनादरा-रेवदर व मंडार तक का यह पूरा मार्ग आज भी बदहाल ही है। गड्ढे तो गड्ढे कई जगह सडक़ पर डामर की लेयर भी साइड में आ चुकी है। सडक़ के किनारे उभरे होने से वाहनों को नीचे उतारने व ऊपर चढ़ाने के दौरान ही हादसों का शिकार होना पड़ रहा है। एनएच के अधीन जाने के बाद भी यदि सडक़ पर चल रहे वाहन चालक हादसों में जान-माल का नुकसान झेल रहे हैं तो इसे बिड़म्बना ही कहा जाएगा।

बात करने से क्यों कतरा रहे हैं अधिकारी
इस सम्बंध में एनएच पाली खंड के अधिकारी राहुलसिंह से बातचीत करने का प्रयास किया गया, लेकिन उन्होंने फोन रिसीव नहीं किया। वहीं, एईएन सलोनी पारीक ने फोन रिसीव तो किया, लेकिन परिचय पूछने के बाद केवल एक लाइन में जवाब देकर तत्काल ही फोन काट दिया। इसके बाद उन्होंने भी कॉल रिसीव नहीं किया। आखिर यह बात समझ से परे है कि मरम्मत के मुद्दे पर अधिकारी बात करने से क्यों कतरा रहे हैं।

आखिर सालभर कहां अटका रहा बजट
एनएच की सहायक अभियंता सलोनी पारीक ने बताया कि रेवदर व मंडार में पेचवर्क करवाए हैं। दीपावली से प्लांट बंद होने के कारण काम रूक गया है। इसके बाद उन्होंने फोन काट दिया। मरम्मत के लिए सालभर पहले आया बजट अभी तक कहां अटका रहा और महज रेवदर व मंडार में ही पेचवर्क क्यों हुआ या पूरी सडक़ की मरम्मत कब तक हो जाएगी जैसे सवालों का शायद उनके पास कोई जवाब नहीं था।

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