पुलिस के नाम पर दो लाख लिए, केस में नाम ही नहीं था
- दलाल ने अवैध शराब मामले में आया नाम हटाने की बात कही थी
सीकर. भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (एसीबी) ने एक लाख रुपए रिश्वत ले रहे दलाल को रंगे हाथ गिरफ्तार कर लिया। दलाल ने एक जने से अवैध शराब मामले में आया नाम हटाए जाने की बात कहते हुए रिश्वत मांगी थी। इसके लिए उसने तीन लाख रुपए मांगे थे। सौदा दो लाख में तय किया गया, जिसमें से एक लाख रुपए वह पहले ही किसी के जरिए दे चुका था। यह दीगर बात रही कि रुपए मिलने के बाद दलाल ने परिवादी को जो एफआईआर की कॉपी भेजी उसमें उसका नाम ही नहीं था। एसीबी इस मामले में अब कुछ पुलिसकर्मियों की जुड़े होने की दृष्टि से भी जांच कर रही है।#Sikar – ACB arrested a broker red-handed taking a bribe of one lakh rupees
इस मामले में बचाने को ली रिश्वत
ज्ञातव्य है कि चौमंू पुलिस ने शनिवार सुबह हरियाणा निर्मित अंग्रेजी शराब के 117 कर्टन से भरा ट्रक जब्त किया था। इसमें फलों की आड़ में शराब तस्करी हो रही थी। पुलिस ने मामले में जुगल किशोर योगी को गिरफ्तार किया था। महिपाल इसी मामले में राजू जाखड़ को जोड़ते हुए उसका नाम हटाने के बदले रिश्वत ले रहा था।
मुकदमे का नाम लेकर रिश्वत मांगी
एसीबी अधिकारी बताते हैं कि परिवादी राजू जाखड़ ने इस सम्बंध में परिवाद पेश किया था। इसमें बताया था कि शनिवार अल सुबह सीकर में दासा की ढाणी निवासी महिपाल जाखड़ का इंटरनेशनल नंबर से कॉल आया था। उसने कहा था कि चौमू में अवैध शराब के मुकदमे में उसका नाम आया है। महिपाल ने कहा कि उसकी वहां के पुलिस अधिकारियों से जानकारी है तथा वह एफआईआर से उसका नाम हटवा देगा। इसके लिए उसने तीन लाख रुपए मांगे। बाद में सौदा दो लाख रुपए में तय किया गया।
दलाल को घर पर ही रंगे हाथ ट्रेप किया
परिवादी ने बताया कि इस सम्बंध में एक लाख रुपए शनिवार को ही महिपाल ने अपने परिचित सरपंच उर्फ रामलाल के जरिए सीकर के जयपुर-झुंझुनंू बायपास स्थित एक दुकान पर ले लिए थे। बाकी एक लाख रुपए उसने अपने घर पर रात को देने को कहा। इसके बाद रविवार सुबह घर पर पैसे देने की बात कही। सत्यापन के बाद एसीबी ने आरोपी को रंगे हाथ ट्रेप कर लिया।
शराब मामले में शामिल नहीं था परिवादी
उधर, परिवादी राजू जाखड़ ने बताया कि जिस मुकदमे से उनका नाम हटाने की एवज में आरोपी महिपाल ने रुपए मांगे उसमें वह शामिल ही नहीं था। शनिवार दोपहर करीब एक बजे एक लाख रुपए महिपाल के आदमी को दिए, उसके करीब आधे घंटे बाद ही महिपाल ने राजू जाखड़ को एफआईआर भेजी थी जिसमें उनका नाम नहीं था। परिवादी झुंझुनूं में शराब व माइंस के कारोबार से जुड़ा हुआ है।