
- जनप्रतिनिधि बोले, राजनीतिक द्वेषता से झूठा मुकदमा दर्ज
सिरोही. उदयपुर में टेलर कन्हैयालाल की हत्या के विरोध में शांतिपूर्ण रैली निकालने के मामले में भाजपा कार्यकर्ताओं पर दर्ज हुए मुकदमे का विरोध जताया गया है। जनप्रतिनिधियों ने इसे पुलिस (sirohi_police) की सोची-समझी साजिश बताते हुए राजनीतिक द्वेषता एवं भेदभाव पूर्ण कार्य का आरोप लगाया है। इस सम्बंध में जिला कलक्टर (dm_sirohi) व पुलिस अधीक्षक (sp_sirohi) को राज्यपाल के नाम ज्ञापन सौंप कर झूठा मुकदमा वापस लेने की मांग रखी है।
लोगों ने स्वैच्छिक बंद रख आक्रोश जताया
ज्ञापन में बताया कि उदयपुर में देश की संप्रभुता को चुनौती देती जघन्य दर्दनाक हत्या से लोग आक्रोशित थे। सिरोही में लोगों ने स्वैच्छिक बंद रखा तथा रामझरोखा मैदान में एकत्र होकर रोष जताया। पुलिस ने इसे धारा 144 का उल्लंघन मानते हुए भाजपा कार्यकर्ताओं एवं राष्ट्रवादी सामाजिक कार्यकर्ताओं पर विविध धाराएं लगाते हुए नामजद मुकदमा दर्ज किया है। जबकि, लोगों ने कहीं पर भी न तो तोडफ़ोड़ की और न उत्पात मचाया और न लोगों को उकसाने आदि का कोई काम किया। bjp_sirohi
पुलिस की सोची-समझी योजना
इसमें बताया कि सरकार व प्रशासन की ओर से भाजपा कार्यकर्ताओं पर अकारण ही मुकदमा दर्ज कर इस आक्रोशित माहौल को और भड़काने का कार्य किया है। बंद के दौरान कांग्रेस से जुड़े जनप्रतिनिधि भी मौजूद थे, जबकि पुलिस ने सोची समझी योजना से उनको मुकदमे से बाहर रखा। लिहाजा यह मुकदमा द्वेषता, भेदभाव एवं राजनीति से प्रेरित है, जो सरासर गलत व अन्यायपूर्ण है।
यह राजनीतिक दुर्भावना नहीं तो क्या है
ज्ञापन में बताया कि उदयपुर में घटित घटना की प्रतिक्रिया के तहत सिरोही मुख्यालय की तरह जिले में सभी तहसील व कस्बों और प्रदेश के कई बड़े शहरों में भी ऐसे कार्यक्रम हुए। घटना की निंदा के लिए आमजन, व्यापारी, किसान, युवा, महिलाओं समेत लोग सड़कों पर उतरे और शांतिपूर्वक आक्रोश प्रकट किया। इसके बाद भी जिले में मुख्यालय को छोड़ कर कहीं भी 144 के उल्लंघन का मुकदमा दर्ज नहीं किया गया। सिरोही पुलिस की ओर से मुकदमा दर्ज करने की कार्रवाई निश्चित रूप से राजनीतिक दुर्भावना से प्रेरित है।
प्रतिक्रियात्मक आंदोलन हुए तो पुलिस जिम्मेदार
ज्ञापन में चेतावनी देते हुए बताया है कि झूठे मुकदमे से शहर सहित सम्पूर्ण जिले के नागरिकों में गहरा आक्रोश है, इसलिए यह द्वेषपूर्ण झूठा मुकदमा वापस नहीं लिया गया तो लोगों में पुलिस के खिलाफ आक्रोश बढ़ेगा। इससे प्रतिक्रियात्मक आंदोलन भी होंगे जिसकी जिम्मेदारी पुलिस प्रशासन पर रहेगी। भाजपा कार्यकर्ताओं आदि पर मिथ्या आरोप लगाकर दर्ज मुकदमे वापस लेने की मांग की है।
प्रतिनिधिमंडल में ये शामिल रहे
भाजपा जिला मीडिया संयोजक चिराग रावल ने बताया कि भाजपा जिलाध्यक्ष नारायण पुरोहित के नेतृत्व में भाजपा प्रतिनिधि मंडल ने ज्ञापन सौंपा। इसमें विधायक समाराम गरासिया, विधायक जगसीराम कोली, पूर्व राज्यमंत्री ओटाराम देवासी, प्रधान हसमुखकुमार, जिला उपाध्यक्ष नारायण देवासी, शहर मंडल अध्यक्ष लोकेश खंडेलवाल, अशोक पुरोहित, पार्षद प्रवीण राठौड़ आदि उपस्थित थे।