प्रशासनिक टीम ने किया भ्रमण तो खुली पोल, आयुुक्त को मिला नोटिस

भगवान भरोसे चल रही शहर की सफाई व्यवस्था, जगह-जगह कचरा एवं गंदगी के ढेर
सिरोही. लम्बे अर्से से भगवान भरोसे चल रही शहर की सफाई व्यवस्था की पोल आखिर सामने आ ही गई। नगर परिषद की शिथिल कार्य प्रणाली को देखकर जिला प्रशासन भी नाराज दिखा। ऐसे में नगर परिषद आयुक्त को कारण बताओं नोटिस जारी किया गया है।
सिरोही शहर में संबंधित संस्थाओं एवं कार्यालयों की ओर से स्वच्छता के संदर्भ में किए जा रहे कार्यों की समीक्षा के लिए जिला कलक्टर भगवतीप्रसाद ने अधिकारियों का दल गठित किया था। इसके तहत टीम ने सुबह शहर में भ्रमण किया। गठित दल ने शहर भ्रमण के दौरान जगह-जगह कचरे के ढेर देखे। शहर में व्याप्त गंदगी सफाई के कुप्रबंधन को दर्शाने के लिए काफी थी। टीम की रिपोर्ट के आधार पर जिला कलक्टर ने नगर परिषद आयुक्त महेन्द्रसिंह चौधरी को कारण बताओं नोटिस जारी किया है। साथ ही अधीनस्थ अधिकारियों एवं कार्मिकों के विरुद्ध अनुशासनात्मक कार्रवाई कर शहर में व्याप्त गंदगी को दूर करने के निर्देश भी दिए हैं।
… तो लाखों का भुगतान क्यों उठ रहा
नगर परिषद क्षेत्र में सफाई के लिए ठेका भी संचालित है। इसके तहत प्रति माह लाखों रुपए का भुगतान उठ रहा है, लेकिन सफाई के नाम पर चहुुंओर गंदगी पसरी हुई है। जाहिर है बगैर कार्य के ही भुगतान उठाया जा रहा है। लिहाजा गंदगी का यह आलम जब जिला प्रशासन के सामने आ ही गया है तो सफाई के नाम पर उठने वाले भुगतान की भी जांच होनी चाहिए।
सड़कों पर फैली सामग्री और ये बेपरवाह
शहर की स्थिति देखी जाए तो नगर परिषद के अधिकारी भ्रमण तक नहीं कर रहे हैं। यही कारण है कि शहर में निर्माणाधीन भवनों का निरीक्षण तक नहीं हो रहा। सड़क तक निर्माण सामग्री पड़ी हुई है, लेकिन न तो सफाई कर्मचारी ध्यान दे रहे हैं और न आयुक्त को जानकारी है। नगर परिषद के आसपास बन रहे भवनों की जानकारी को लेकर भी आयुक्त बेपरवाही ही है।