- नवम्बर में साढ़े तीन सौ के पार केस, वैक्सीन लगने के बाद कम हुई कोरोना प्रोटोकॉल की पालना, जोखिम बढ़ा
जयपुर. प्रदेश में कोरोना संक्रमण को हल्के में ले रहे लोगों को वापस सावचेती बरतने की जरूरत है। पिछले कुछ समय तक कोरोना के एक्टिव केसेज कम थे, लेकिन नवम्बर माह में आंकड़ा बढ़ चुका है। पिछले महीने जहां एक सौ दो केस ही थे, वहीं इस माह केसेज की संख्या साढ़े तीन सौ के पार हो चुकी है। हालांकि गंभीर लक्षण किसी में नहीं दिखे है, लेकिन सावचेती नहीं बरतने पर केसेज की संख्या लगातार बढऩे का अंदेशा है।
विशेषज्ञों के अनुसार इसे तीसरी लहर की आहट भी कह सकते हैं, लेकिन कोरोना गाइड लाइन की पूरी पालना की जाए तो इस मुश्किल से पार पाया जा सकता है। वैसे अधिकतर लोग वैक्सीन की दो या कम से कम एक डॉज लगवा चुके हैं। देश में कोरोना का कोई नया वैरिएंट भी सामने नहीं आया है। वैक्सीन लग जाने एवं कोरोना के कम केसेज को देखते हुए लोग बेपरवाही बरत रहे हैं। इससे कोविड प्रोटोकॉल का पूरी तरह पालन नहीं कर रहे, जो खतरनाक साबित हो सकता है।
चिंता विषय है ग्राफ में बढ़ोतरी
जानकारी के अनुसार प्रदेश में कोरोना का ग्राफ तेजी से बढऩे लगा है। माह अक्टूबर के मुकाबले नवम्बर में केस कई प्रतिशत तक बढ़े हैं। नवम्बर के 30 दिनों में प्रदेश में 365 नए मरीज मिले हैं। अक्टूबर में यह संख्या 102 पर थी। वहीं, सितम्बर में 232 मरीज मिले थे। नए केसेज में बढ़ोतरी चिंता का विषय है।
जयपुर में आ रहे सर्वाधिक केस
प्रदेश के छह जिलों में दस से ज्यादा संख्या में केसेज सामने आए हैं। नवम्बर माह में ही सबसे ज्यादा जयपुर में 196 केस आए हैं। यह प्रदेश के कुल केसेज का आधे से ज्यादा है। करीब 53 फीसदी केस अकेले जयपुर में ही है। यहां अक्टूबर के मुकाबले नवम्बर में तीन गुना केस बढ़े हैं। जयपुर में एक मौत भी हो चुकी है। प्रदेश में अजमेर 57 केस के साथ दूसरे नम्बर पर है। वहीं, बीकानेर, अलवर, नागौर व उदयपुर में भी केसेज आ रहे हैं।
कोरोना के लिहाज से यह राहतजनक
कोरोना के लिहाज से यह राहतजनक ही है कि मिलने वाले अधिकतर केसेज में बिना लक्षण या हल्के लक्षण वाले मरीज हैं। इससे मरीज घर पर ही ठीक हो रहे हैं। प्रदेश के टोंक, सीकर, सिरोही, सवाई माधोपुर, प्रतापगढ़, करौली, झुंझुनूं, झालावाड़, जालोर, डूंगरपुर, धौलपुर, चूरू, चित्तौडग़ढ़, बूंदी, भरतपुर व बांसवाड़ा जिलों में पूरे महीने में एक भी केस नहीं मिला है। कोटा, हनुमानगढ़, गंगानगर, भीलवाड़ा तथा बारां में पूरे महीने में एक-एक केस मिला है।