- लिपिक के जरिए ले रहा था रिश्वत, रंगे हाथ गिरफ्तार
जालोर. भीनमाल नगर पालिका में प्लॉट का पट्टा जारी करने की एवज में चार लाख रुपए ले रहे अधिशासी अधिकारी को रंगे हाथ गिरफ्तार कर लिया गया। रिश्वत राशि कनिष्ठ सहायक के जरिए ली जा रही थी। जालोर से आई एसीबी टीम ने कार्रवाई को अंजाम दिया।
अधिकारी बताते हैं कि जोधपुर हाल भीनमाल में पदस्थापित अधिशासी अधिकारी आशुतोष आचार्य पुत्र चतुर्भुज आचार्य को रिश्वत लेते गिरफ्तार किया गया है। वहीं, कनिष्ठ सहायक भीनमाल निवासी जगदीश जाट पुत्र देवाराम को रंगे हाथ दबोच लिया गया।#Asked for four lakhs for giving plot lease- bhinmal municipality EO trap
ट्रेप कार्रवाई के लिए लाए डमी नोट
एसीबी अधिकारी बताते हैं कि शिकायत का सत्यापन करने के बाद ट्रेप कार्रवाई की गई। इतनी बड़ी रकम जुटाने के लिए जुगाड़ किया गया। परिवादी को पचास हजार रुपए असली व साढ़े तीन लाख रुपए डमी करेंसी दी गई। इसके बाद बुधवार सुबह परिवादी ने कनिष्ठ सहायक जगदीश को अपने घर पर बुलाया। रिश्वत लेते ही टीम ने उसे दबोच लिया। इसके बाद ईओ आशुतोष आचार्य को भी गिरफ्तार कर लिया गया।
पहले मांगे थे बारह लाख रुपए
अधिकारी बताते हैं कि कनिष्ठ सहायक ने कुल 12 लाख रुपए की रिश्वत मांगी थी। बाद में मामला चार लाख में तय किया गया। यह राशि ईओ के लिए मांगी गई थी। सत्यापन के बाद एसीबी टीम ने ट्रेप कार्रवाई को अंजाम दिया।
चक्कर कटवा रहा था लिपिक
बताया जा रहा है कि परिवादी सहित इसके 3 भाइयों के कुल 4 प्लॉट भीलों का चौहटा क्षेत्र में हैं। इन सभी प्लॉट के पट्टे बनाने के लिए प्रशासन शहरों के संग अभियान में चार फाइल दाखिल की थी। इसके बाद से लिपिक चक्कर लगा रहा था, लेकिन पट्टे नहीं मिल पाए।
एक फाइल के मांगे थे तीन लाख रुपए
जानकारी के अनुसार करीब एक माह पहले भूखंड की मौका रिपोर्ट तैयार करने के लिए आरआई को 21 हजार रुपए दिए थे। इसके बाद चारों प्लॉट के पट्टे लेने वह कनिष्ठ सहायक जगदीश जाट के पास गया, लेकिन एक फाइल के तीन लाा रुपए के हिसाब से कुल बारह लाख रुपए मांगे गए। बाद में मामला कुल चार लाख रुपए में तय हुआ।