
- जिला कारागार में कैदियों को पर्याप्त पेयजल भी उपलब्ध नहीं
- सफाई के ठोस प्रबंध नहीं होने से मुश्किल झेल रहे बंदी
सिरोही. जिला कारागार में फैली बदबू व गंदगी के बीच बंदियों में बीमारी फैलने का अंदेशा बना हुआ है। कारागार में सफाई के समुचित प्रबंध नहीं होने से हर समय बदबू का आलम रहता है। वहीं, आसपास क्षेत्र में कचरा पड़ा रहने से बदबू परिसर तक पहुंच रही है। कारागार का सीवरेज टैंक भरा रहने से बदबू में और इजाफा हो रहा है। गंदगी व बदबू के बीच ही बंदी पेयजल के लिए भी तरस रहे हैं। कारागार में पर्याप्त पेयजल तक उपलब्ध नहीं है। जिला कारागार की ये समस्याएं हाल ही में अधिकारियों की नजर में आई है। अधिकारियों की टीम गत दिनों कारागार का जायजा लेने पहुंची थी। इस दौरान कारागार की इन कमियों पर नजर गई। इस सम्बंध में कारागार उप अधीक्षण को निराकरण के निर्देश दिए गए।
सामने आई ये समस्याएं
- जेल बाउंडरी के पास लगे पात्र में कचरा डालने से बदबू कैदियों तक आती है। नगर परिषद कचरा उठाने के प्रबंध नहीं कर रही।
- कारागार में बंदियों के पीने के पानी की पर्याप्त उपलब्धता नहीं है, जिससे कारागार में पानी की समस्या रहती है।
- किचन में लगे एग्जॉस्ट फैन बंद पड़े हैं, इस बारे में पूर्व में भी निर्देश दिए गए थे पर अभी तक ठीक नहीं करवाए गए।
- वार्ता के दौरान बंदियों ने बताया कि सीवरेज टैंक भरा होने से कारागार में बदबू रहती है।
- कारागार में साफ-सफाई के लिए नगर परिषद की ओर से कोई कर्मचारी नियुक्त नहीं किया गया है।
- कारागार में एक बंदी के पैर में घाव मिला व दूसरा मानसिक रूप से रोगी मिला, जिनके उपचार को लेकर निर्देश दिए गए।
अधिकारियोंं के संयुक्त दल ने किया निरीक्षण
गत दिनों विजिटर्स बोर्ड व जिला विधिक सेवा प्राधिकरण की ओर से जिला कारागार का संयुक्त निरीक्षण किया गया था। प्राधिकरण अध्यक्ष सेशन न्यायाधीश श्रीमती रूपा गुप्ता, जिला कलक्टर श्रीमती अल्पा चौधरी, पुलिस अधीक्षक प्यारेलाल, सीएमएचओ डॉ. दिनेश खराड़ी, सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग के अशोक राजपुरोहित, पीडब्ल्यूडी एक्सईएन दामोदर देवासी, कृषि विभाग से शंकरलाल, शिक्षा विभाग से अजय माथुर शामिल रहे।
इसलिए जिला कारागार का लिया जायजा
उल्लेखनीय है कि जेलों में जातिगत वर्गीकरण की शिकायत पर सर्वोच्च न्यायालय ने सभी जेलों में जांच के आदेश दिए थे। इसकी पालना में टीम ने जिला कारागार का निरीक्षण किया। बंदियों से जाति, धर्म व सामाजिक स्तर पर जुड़े भेदभाव के सम्बंध में बातचीत की गई। सुविधाओं पर जानकारी ली गई। बंदियों ने बताया कि यहां किसी प्रकार का भेदभाव सामाजिक, जातिगत धर्म के स्तर पर नहीं किया जाता है। सभी के लिए समान सुविधाएं लागू है।



