
- कर्मचारी पर फायर दागा, फैक्ट्री व पुलिस वाहन में तोडफ़ोड़
- पुलिस ने दो अलग-अलग मुकदमे दर्ज कर जांच शुरू की
पिण्डवाड़ा (सिरोही). सीमेंट फैक्ट्री के बाहर मजदूरों का धरना-प्रदर्शन उग्र हो गया। हालात बिगडऩे से मजदूर बेकाबू हो गए तथा फैक्ट्री परिसर में घुसकर कर्मचारियों के साथ मारपीट कर नकदी व मोबाइल आदि लूट ले गए। पथराव के दौरान पुलिसकर्मी भी चोटिल हो गया। पुलिस ने राजकाय में बाधा पहुंचाने एवं मारपीट व लूट समेत अन्य धाराओं में मामले दर्ज किए हैं।
पुलिस के अनुसार सीमेंट फैक्ट्री के बाहर धरना-प्रदर्शन कर रहे लोगों ने अनधिकृत रूप से परिसर में प्रवेश किया तथा वहां कार्यरत फैक्ट्री कर्मचारियों के साथ मारपीट की। पथराव के दौरान पुलिसकर्मी को चोटें पहुंची तथा पुलिस वाहन क्षतिग्रस्त हो गया। इस सम्बंध में दो अलग-अलग मुकदमे दर्ज किए गए हैं। आदिवासी लोगों को भड़का कर पुलिस वाहन व जाब्ते पर पथराव करने से राजकार्य में बाधा पहुंचाई गई। हमले में कांस्टेबल पुखराज घायल हो गया। मामले में पुलिस की ओर से नारायण परिहार समेत अन्य के खिलाफ प्रकरण दर्ज किया गया है। दूसरी ओर फैक्ट्री महाप्रबंधक अमित रावत ने रिपोर्ट देकर बताया कि कुछ लोगों ने आदिवासी लोगों को भड़काकर दो-तीन सौ लोग एकत्र किए तथा सुरक्षा गार्ड पर बंदूक से फायर किया। उनके साथियों ने धारदार हथियारों के साथ मारपीट व हाथापाई की। मोबाइल व नकदी लूट ले गए। परिसर में घुसकर कर्मचारियों पर जानलेवा हमला किया। प्लांट में दो नम्बर गेट के पास कार्यरत कर्मचारी के गले से सोने की चेन ले गए। प्लांट में तोडफ़ोड़ की तथा सामान जलाकर नुकसान पहुंचाया। पुलिस ने दोनों प्रकरण दर्ज कर जांच शुरू की है।
इसलिए चल रहा है धरना
सीमेंट फैक्ट्री में मजदूर संघ की मान्यता को लेकर मुख्य दरवाजे के बाहर धरना दिया जा रहा है। इस दौरान श्रमिक संघों के बीच तनावपूर्ण स्थिति रहने से पुलिस जाब्ता तैनात है। यहां पहले से ही भामसं व इंटक को मान्यता दी हुई। वहीं, जेकेएलसीडब्ल्यूएफ मजदूर संगठन के नारायण परिहार के नेतृत्व में प्रदर्शन किया जा रहा है। इसमें फैक्ट्री प्रबंधन से नई यूनियन को मान्यता देने एवं श्रमिक समस्याओं के निराकरण की मांग शामिल है।#Entered the cement factory and robbed cash, stone pelted on police too