- राज्य स्तरीय छात्र वर्ग क्रिकेट, जयपुर व कोटा के बीच होगा फाइनल मैच
सिरोही. शहर में चल रही 65वीं राज्य स्तरीय छात्र वर्ग 14 क्रिकेट प्रतियोगिता का फाइनल मुकाबला जयपुर व कोटा के बीच होगा। इससे पहले रविवार को हुए सेमीफाइनल मैच रामांचक रहे। पहला सेमीफाइनल जयपुर व उदयपुर के बीच तथा दूसरा मैच कोटा व जोधपुर के बीच खेला गया। सेमीफाइनल मुकाबले में जोधपुर व कोटा की टीम बराबरी पर रही, जिससे सिक्का उछाल कर हार-जीत का फैसला किया गया। इसमें कोटा ने जीत हासिल करते हुए फाइनल में प्रवेश किया।
मीडिया प्रभारी गोपालसिंह राव व रंजी स्मिथ ने बताया कि सेमीफाइनल मैच में उदयपुर ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 15 ओवर में 6 विकेट खोकर 83 रन बनाए। इसमें रेहान ने 27 तथा मित ने 24 रन का योगदान दिया। जयपुर के गेंदबाज सौम्य ने दो व गुलशन ने एक विकेट लिया। जयपुर के औशनिक ग्रोवर ने अविजित 44 रनों की पारी खेली। जयपुर ने तीन विकेट खोकर 11वें ओवर में मुकाबला जीत लिया। दूसरे सेमीफाइनल में कोटा व जोधपुर की टीम के बीच मुकाबला हुआ। खिलाडिय़ों के कड़े संघर्ष के बीच मुकाबला बराबरी पर रहा। दोनों टीमों ने अपने 10 विकेट खोकर 86 रन बनाए। इस पर सिक्का उछाल कर हार-जीत का निर्णय किया गया। इसमें कोटा को जीत मिली। अब फाइनल में जयपुर व कोटा के बीच मुकाबला होगा।
जोधपुर को इस तरह मिली तीसरी रैंक
क्रिकेट प्रतियोगिता में राज्यस्तरीय तीसरी व चतुर्थ रैंक के लिए भी मुकाबला हुआ। इसमें जोधपुर व उदयपुर के बीच मैच हुआ। इसमें जोधपुर ने जीत हासिल की। ऐसे में जोधपुर को तीसरी व उदयपुर को चतुर्थ रैंक मिली। मैच के दौरान जोधपुर ने 8 ओवर में पांच विकेट खोते हुए 74 रन बनाए। जोधपुर के भाविन ने 29 तथा विनोद ने 23 रन का योगदान दिया। उदयपुर के चित्रांश ने 2 विकेट लिए। जवाब में उदयपुर ने 6 विकेट खोकर 73 रन बनाए।
व्यवस्थाओं में रहा सहयोग
शारीरिक शिक्षक राजेन्द्रसिंह देवड़ा के अनुसार खेल मैदान में निर्णायक कैलाशचंद्र जाट, दिलीप डाबी, प्रेम प्रकाश व्यास, धर्मेंद्रकुमार, दिलकांत व राजू जोशी रहे। स्कोरर मुकेश परमार, शांति चौधरी, मैना चौधरी, मनोहरसिंह राजपुरोहित, कमेंटेटर शरदसिंह, पार्षद सुधांशु गौड़, गोपीलाल मेघवाल, जितेन्द्र आचार्य सहित कई गणमान्य लोग मौजूद रहे। खेल मैदान पर चयन समिति के युनुस, शारीरिक शिक्षक भीकसिंह देवड़ा, छैलसिंह देवड़ा, जितेन्द्रसिंह चौहान, अर्जुनसिंह राठौड़, नगाराम देवासी, हरिसिंह कोटेसा, रणजीतसिंह डाबी, ईश्वरसिंह राव, हेमलता रावल, कार्यालय कार्य में रणजीतसिंह परमार, कपूराराम माली व नगाराम व्यवस्थाओं में जुटे रहे।