- गुजरात के महिसागर कड़ाणा डेम के बैक वाटर क्षेत्र में छापामार कार्रवाई
उदयपुर/डूंगरपुर. गुजरात में शराबबंदी के बावजूद आसानी से शराब मिल रही है। तस्करी के जरिए तो शराब आती ही है देसी तरीकों से भी शराब बन रही है। महिसागर-कड़ाणा डेम के बैक वाटर क्षेत्र में शराब की कई भट्टियां मिली है। बांध के टापुओं पर उदयपुर-डूंगरपुर आबकारी विभाग ने संयुक्त रूप से छापामार कार्रवाई की। टीम ने टापुओं तक पहुंचने के लिए नावों का सहारा लिया। इसके बाद भट्टियों को नष्ट किया। यहां से भारी मात्रा में हथकढ़ शराब मिलना बताया जा रहा है।#UDAIPUR/DUNGARPUR-EXCISE RAID IN THE BACK WATER AREA OF GUJARAT’S MAHISAGAR KADANA DAME
अलर्ट मोड में सीमावर्ती जिले
गुजरात विधानसभा चुनाव के मद्देनजर राजस्थान के सीमावर्ती जिलों में भी अलर्ट घोषित कर रखा है। गुजरात में शराबबंदी के कारण इन जिलों में आबकारी व पुलिस टीम लगातार दबिश दे रही है। बांध क्षेत्र में शराब निर्माण की सूचना मिलने पर आबकारी टीम ने दबिश दी।
बांध से सटे हुए हैं कई गांव
बांसवाड़ा-डूंगरपुर के कई गांव महिसागर कड़ाणा बांध से सटे हुए हैं। इसमें गूंदलारा, मेडीटेम्बा, बड़ गामड़ा,आनंदपुरी, डाकोर, कांगलिया, काड़लिया आदि गांव शामिल है। इन गांवों समेत कड़ाणा बैक वाटर स्थित टापुओं पर भी छापे मारे गए। यहां से भारी मात्रा में शराब व वॉश जब्त की गई।
भारी मात्रा में वॉश व भट्टियां नष्ट की
कार्रवाई के दौरान टापुओं से हथकढ़ शराब जब्त कर अभियोग दर्ज किया गया। वहीं, मौके से भारी मात्रा में वॉश मिली, जिसे नष्ट कर दिया गया। बताया जा रहा है कि कार्रवाई में करीब तीस हजार लीटर वॉश नष्ट की गई है। साथ ही 35 भट्टियों को भी तोड़ा गया।
टीम में शामिल रहे ये अधिकारी
आबकारी विभाग की छापामार कार्रवाई डूंगरपुर जिला आबकारी अधिकारी देवेंद्र दशोरा, उदयपुर जोन ईपीएफ के विजय जोशी के नेतृत्व में आयोजित की गई। इसमें बांसवाड़ा के महिपालसिंह, सागवाड़ा निरीक्षक राहुलकुमार शर्मा, डूंगरपुर पीओ मंगलाराम बामणिया, खैरवाड़ा के दौलाराम बिश्नोई, उदयपुर के धरमवीर मीणा, कुशलगढ़ के रूपाराम व बांसवाड़ा पीओ जयशंकर मीणा साथ रहे।