- सरकारी क्वार्टर में शराब पार्टी व छेड़छाड़ से भय का माहौल
- नर्सेज यूनियन ने रखी सुरक्षा प्रबंध किए जाने की मांग
सिरोही. जिला अस्पताल परिसर के सरकारी क्वार्टर में शराब पार्टी एवं युवती को बुलाकर छेड़छाड़ के मामले से भय का वातावरण बना हुआ है। इससे अस्पताल की छवि भी बिगड़ रही है। अस्पताल में कार्यरत महिलाकर्मियों में भी असुरक्षा का माहौल बना हुआ है। राजस्थान नर्सेज यूनियन की जिला शाखा ने इस सम्बंध में जिला कलक्टर व पुलिस अधीक्षक को ज्ञापन दिया। साथ ही प्रमुख चिकित्सा अधिकारी (पीएमओ) से भी मुलाकात की। यूनियन ने आरोप लगाया कि इस तरह की घटनाओं से अस्पताल की छवि बिगड़ रही है। यहां कार्यरत महिलाकर्मियों की सुरक्षा भी ताक पर है। पखवाड़ेभर पहले एक नर्सिंगकर्मी के आत्महत्या मामले में भी आरोप लगाए गए तथा निष्पक्ष जांच की मांग रखी। यूनियन पदाधिकारियों ने स्पष्ट शब्दों में चेतावनी दी है कि नर्सिंगकर्मी के आत्महत्या व युवती से छेड़छाड़ मामले में दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा। इनके विरुद्ध कड़ी कार्रवाई करवाई जाएगी।
आत्महत्या कर चुकी है एक नर्सिंगकर्मी
राजस्थान नर्सेज यूनियन जिलाध्यक्ष जीवतदान चारण ने बताया कि गत 23 जून को महिला नर्सिग अधिकारी ने आत्महत्या की थी। जिला चिकित्सालय में कार्यरत यह नर्सिंगकर्मी तनाव में थी तथा उसकी लगभग दो साल से एक ही पारी इवनिंग में ड्यूटी कर रही थी। रोटेशनल ड्यूटी के बजाय एक ही जगह लगा रखा था। ऐसे में यह जांच का विषय है कि उसकी आत्महत्या के पीछे कहीं दबाव, भय या कोई साजिश तो नहीं है।
ऐसी घटनाओं से भय का माहौल
यूनियन की ओर से दिए गए ज्ञापन में बताया गया कि गत 3 जुलाई को अस्पताल परिसर में चिकित्सक के सरकारी आवास पर एक युवती के साथ घटना हो चुकी है। पुलिस में भी इसका मामला दर्ज है। ऐसे कुकृत्य से अस्पताल का वातावरण व अस्पताल की छवि खराब हो रही है। परिसर में नर्सिंग ट्रेनिंग सेंटर व नर्सिंग हॉस्टल भी है। इस तरह की घटनाओं से अस्पताल परिसर में भय का माहौल है।
पीएमओ पर लगाया पक्ष लेने का आरोप
यूनियन जिलाध्यक्ष ने पीएमओ पर नर्सेज की सुरक्षा एवं परिसर में शराब पार्टी की बात कहने पर धमकाने का आरोप लगाया। उन्होंने बताया कि महिला नर्र्सिंग अधिकारियों की सुरक्षा व्यवस्था एवं 23 जून को घटित आत्महत्या व 3 जुलाई की शराब पार्टी के मामले को लेकर प्रमुख चिकित्सा अधिकारी से वार्तालाप किया गया। इस पर प्रमुख चिकित्सा अधिकारी ने शराब पार्टी करने वालों का पक्ष लिया तथा नर्सेज को धमकाया कि जिला अस्पताल के सभी नर्सेज की एसीआर मेरे पास रहती है। जिलाध्यक्ष चारण ने इस सम्बंध में जिला कलक्टर से भी मुलाकात की तथा विरोध दर्ज कराया कि न्याय की गुहार लगाने पर नर्सेज को धमकी दी जाती है तो संगठन बर्दाश्त नहीं करेगा। नर्सेज के साथ अन्याय होगा तो संगठन उनके साथ खड़ा रहेगा।
निष्पक्ष जांच कर न्याय दिलवाने की मांग
यूनियन ने जिला कलक्टर से इस प्रकरण को लेकर चर्चा की। उन्होंने निष्पक्ष जांच किए जाने एवं दोषियों को नहीं बक्शे जाने का भरोसा दिलाया। पुलिस अधीक्षक से जिला अस्पताल स्थित पुलिस चौकी में नफरी बढ़ाने की मांग की। नर्सिंगकर्मी के आत्महत्या मामले में निष्पक्ष जांच कर न्याय दिलवाने की मांग की। इस दौरान राजेन्द्रकुमार यादव, वीरेन्द्र लुनिवाल, प्रभुसिंह, जयेश धवल, पूरनसिंह देवल, ललितकुमार आर्य, डूंगाराम, चिराग पांचाल, मगनाराम सूर्यल, विक्रमसिंह पुरुषोत्तम, मनोहरसिंह समेत अन्य नर्सिंग अधिकारी उपस्थित थे।#sirohi.The image of the hospital is deteriorating, on the safety of women workers, the nurses union demanded security arrangements
पीएमओ का व्यवहार नहीं बदला तो आंदोलन…
अस्पताल परिसर में ही अवांछित गतिविधियों के करण महिला नर्सिंग अधिकारी डरे हुए हंै। जब प्रमुख चिकित्सा अधिकारी से सुरक्षा की बात की जाती है तो नर्सेज को एसीआर खराब करने की धमकी दी जाती है, जिससे पूरे जिले के नर्सेज में आक्रोश है। पीएमओ ने अपने व्यवहार में बदलाव नहीं किया तो नर्सेज आंदोलन की राह पर होंगे, जिसकी तमाम जिम्मेदारी पीएमओ की रहेगी। नर्सेज अपने कार्यों के प्रति सजग व सचेत है तथा किसी भी धमकी से चुप बैठने वाले नहीं है।
- जीवतदान चारण, जिलाध्यक्ष, नर्सेज एकीकृत महासंघ, सिरोही