बेपरवाही: खाई में लटक गई सवारियों से भरी यात्री बस

- ओवरटेक के चक्कर में जोखिम में डाली कई जिंदगियां
- ढलान में हो जाती बसों की आपसी टक्कर
सिरोही. बाहरीघाटे में ढलान उतर रही रोडवेज की अनुबंधित बस खाई में लटक गई। बस में सवारियां भरी हुई थी। गनीमत रही कि समय रहते बचाव हो गया, अन्यथा कई जानें चली जाती। बस उदयपुर से भीनमाल जा रही थी। ट्रक को ओवरटेक करने के चक्कर में बस आगे निकाली ही थी कि सामने से रोडवेज की दूसरी बस ढलान चढ़ती दिखी। टक्कर का अंदेशा होते ही इस बस के चालक ने अपने वाहन का स्टेयरिंग घूमा दिया। ऐसे में बस खाई में लटक गई। हादसे के बाद लोगों की जान अटक गई, लेकिन गनीमत रही कि बचाव हो गया। बस में सवार लोगों को आहिस्ता-आहिस्ता बाहर निकाला गया। बाद में क्रेन बुलाकर बस को वापस सड़क पर लाया गया। हादसे के जान-माल के नुकसान से इनकार किया जा रहा है।#Sirohi- bus full of passengers hanging in the ditch in the outer deficit
या तो टक्कर होती या खाई में गिरते
बताया जा रहा है कि उदयपुर से भीनमाल जा रही बस बाहरीघाटे में ओवरटेक कर रही थी। इस दौरान सामने से ढलान चढ़ रही रेवदर-जोधपुर बस दिखी। इन दोनों के बीच टक्कर हो जाती। इससे बचाव के लिए ओवरटेक कर रहे बस चालक ने अपने वाहन को खाई की ओर मोड़ दिया। दोनों ही स्थितियों में यात्रियों की जान खतरे में थी।
इसलिए राहत का अहसास किया
हादसे की सूचना मिलते ही लोग तत्काल ही घटनास्थल की ओर दौड़े। आसपास से गुजर रहे वाहन चालकों ने भी यात्रियों की मदद की। बाद में यात्रियो को वापस बस में बैठाया तथा दोनों बसों को गंतव्य के लिए रवाना किया गया। हादसे में जान-माल का कोई नुकसान नहीं हुआ, जिससे लोगों ने राहत का अहसास किया।

यातायात के भारी दबाव के बीच हादसे
उल्लेखनीय है कि रेवदर-पाली रूट को बाहरीघाटे से होते हुए डाइवर्ट किया गया है। ऐसे में बाहरीघाटे में यातायात का भारी दबाव है। हालांकि रोडवेज बसों का आवागमन पहले भी इसी रूट से होता रहा है, लेकिन रेवदर के लिए आवाजाही करने वाले भारी वाहन भी इन दिनों यहीं से गुजर रहे हैं इसलिए यातायात दबाव के बीच वाहनों में टक्कर या पलटने जैसे हादसों से भी दो-चार होना पड़ रहा है।
गनीमत रही कि बचाव हो गया…
रोडवेज की अनुबंधित बस का अगला हिस्सा खाई में लटक गया था। बस को क्रेन की सहायता से वापस सड़क पर लाया गया। इसके बाद रूट पर रवाना कर दिया। गनीमत रही कि हादसे में जान-माल का नुकसान नहीं हुआ।
- ओमप्रकाश पूनिया, मुख्य प्रबंधक, रोडवेज आगार, सिरोही