
- बारिश के दिनों में शव लाने-ले जाने में परिजनों को भारी दिक्कत
- जिला अस्पताल मोर्चरी में आवाजाही के लिए वैकल्पिक मार्ग की दरकार
सिरोही. जिला अस्पताल की मोर्चरी में मौत के बाद भी चैन नहीं है। इसलिए कि आवाजाही तो दूर शव ले जाने के लिए भारी मशक्कत करनी पड़ रही है। बारिश के दिनों में यहां स्थिति काफी गंभीर हो रही है। लिहाजा समय पर पोस्टमार्टम करना तक दूभर हो जाता है। शव को कुछ देर के लिए मोर्चरी में रखना भी पड़े तो पुलिस व परिजनों के लिए मुश्किलें खड़ी हो जाती हैं। बारिश के बीच हर बार ऐसी ही स्थिति रहती है, लेकिन मोर्चरी में आवाजाही के लिए किसी वैकल्पिक रास्ते की कोई तलाश नहीं की जा रही।
भारी मुश्किल झेल रहे परिजन
वैसे बारिश का दौर जारी रहने के कारण पिछले माहभर से ऐसी ही स्थिति बनी हुई है। जिला अस्पताल की मोर्चरी में शव लाने और पोस्टमार्टम के बाद वापस ले जाने में परिजनों को भारी मुश्किलें झेलनी पड़ रही हैं।
… तो सुगम हो सकता है रास्ता
मोर्चरी जिला अस्पताल की पिछली दीवार से सटी हुई है। ऐसे में सुगम आवाजाही के लिए अलग से दरवाजा होना चाहिए। इस दीवार के पार चौड़ा रास्ता भी है। पास ही जर्जर व अनुपयोगी हो चुकी एक अन्य मोर्चरी भी है। ऐसे में यहां से वैकल्पिक रास्ता निकाला जाए तो शव लाने-ले जाने में परिजनों को आसानी हो सकती है।