मंदिरों में चोरी की गैंग पकडऩे गई पुलिस के हाथ लगे बिचौलिया व सुनार
चोर गिरोह के सभी सदस्य फरार, बेड़ा के सुनार ने खरीदे थे बालोतरा मंदिर से चुराए आभूषण
बाड़मेर. बालोतरा थाना क्षेत्र के मंदिर में चोरी की वारदात को लेकर गैंग पकडऩे गई पुलिस को बड़ी सफलता मिली है। गैंग के सदस्य फरार हो गए, लेकिन आभूषण खरीदने वाला सुनार व मध्यस्थता करने वाला बिचौलिया हत्थे चढ़ गया। दोनों ही आरोपी पाली जिले के हैं।
पुलिस के अनुसार बालोतरा क्षेत्र के भिंडा कुआं गांव में चामुंडा माता मंदिर से सोने-चांदी के आभूषण चोरी का मामला करीब बीस दिन पहले दर्ज किया गया था। गत 25 सितंबर की रात को चोर चामुंडा माता मंदिर से आभूषण व दानपात्र से दो से ढाई लाख रुपए चुरा ले गए थे। पुलिस की विशेष टीम ने सिरोही व पाली में अज्ञात चोरों की तलाश की। इस दौरान सूचना मिली कि सिंगराभाटा कोयलवाव निवासी नारायण पुत्र सोनाराम ने चोरी के आभूषण जूना बेड़ा (पाली) निवासी रामलाल पुत्र वनाराम के मार्फत बेड़ा निवासी ईश्वरलाल पुत्र उदयचंद सोनी को बेचे हैं। पुलिस ने बिचौलिया रामलाल व सुनार ईश्वरलाल को हिरासत में लेकर पूछताछ की तो इन लोगों ने आभूषण खरीदना स्वीकार किया। उधर,
पुलिस को देखकर नारायण गरासिया अपनी बाइक छोड़कर पहाडिय़ों में कहीं भाग गया। पुलिस अब चोर गैंग के सदस्यों की तलाश कर रही है। वहीं, गिरफ्तार बिचौलिया व सुनार से आभूषण बरामदगी को लेकर प्रयास चल रहे हैं।
मजदूर बनकर रैकी की
बताया जा रहा है कि चामुंडा माता मंदिर में निर्माण कार्य के दौरान पाली कोयलवाव पाटरियों की ढाणी निवासी अशोक कुमार पुत्र धर्माराम मजदूरी के लिए आया था। इस दौरान अशोक कुमार ने रैकी की। बाद में मजदूरी पर आना बंद कर दिया। अपनी गैंग के सदस्य नारायण पुत्र सोनाराम, रमेश कुमार पुत्र लालाराम व सिरमाराम पुत्र सुजाराम के साथ चोरी की वारदात को अंजाम दिया।
कई जिलों के वांटेड हैं आरोपी
पुलिस के अनुसार पाली जिले के नाणा थाने इलाके के रहने वाले चोरी के आरोपी अशोक कुमार, नारायण, रमेश व सिरमाराम विभिन्न थानों में भी वांटेड हैं। इन पर चोरी के कई मामले दर्ज हंै। बताया जा रहा है कि आरोपी सिरोही, पाली व भीलवाड़ा पुलिस के लिए भी वांछित है।