महिला को बेहोश कर झोलाछाप डॉक्टर ने उड़ाए जेवर, अब फरार
- तीन माह पहले भी हो चुकी है इसके क्लीनिक पर कार्रवाई, अब वापस सीज
सिवाना (बाड़मेर). सिवाना थाना क्षेत्र के कुसीप गांव में एक महिला को इलाज के नाम पर बेहोश कर जेवरात चुराने का मामला सामने आया है। झोलाछाप डॉक्टर अभी फरार है तथा अवैध रूप से चल रहे इस क्लीनिक को एक बार फिर सीज कर लिया गया है।
पुलिस के अनुसार कुसीप निवासी हंजादेवी पत्नी मालाराम ने रिपोर्ट देकर बताया था कि 11 अगस्त को दोपहर 12 बजे उसकी तबीयत खराब होने पर बेटा किशोर गांव में ही राजेंद्र सोलंकी के क्लीनिक पर ले गया। उसने बेटे को अंदर आने से मना किया तथा एडमिट करने के बहाने उसने ड्रिप चढ़ाकर इंजेक्शन लगाया। फिर गहने उतारने लगा तो महिला ने उसे मना किया, लेकिन उसने इलाज में परेशानी का हवाला देकर गहने उतार लिए। उसने इलाज के बहाने 35 ग्राम जेवरात चुराए। उसने पांच घंटे तक एडमिट रखा और शाम को उसके बेटे को बुलाकर बेहोशी की हालत में घर भेज दिया। दूसरे दिन होश आने पर वह गहने लेने डॉक्टर के पास गई, लेकिन उसने देने से मना कर दिया। सिवाना थानाधिकारी प्रेमाराम ने बताया कि विवाहिता ने क्लीनिक संचालक के खिलाफ सोने के गहने चुराने की रिपोर्ट दी है। मामले की जांच कर रहे हैं। उधर, मामला दर्ज होने के बाद मंगलवार को तहसीलदार इस क्लीनिक पर पहुंचे। झोलाछाप डॉक्टर मौके से फरार था। तहसीलदार ने बताया कि प्रशासन को भी शिकायत मिली थी इसने वापस क्लीनिक शुरू किया है। इसके बाद मंगलवार को दोबारा सीज कर दिया गया।
बाहर आया और वापस शुरू
ज्ञातव्य है कि कुसीप गांव में राजेन्द्र सोलंकी क्लीनिक संचालित करता है। उसके खिलाफ तीन महीने पहले भी मामला दर्ज हो चुका है। कोरोना की दूसरी लहर में सिवाना एसडीएम व बीसीएमओ ने कार्रवाई कर क्लीनिक को सीज किया। कुछ दिन पहले ही वह छूटकर आया और क्लीनिक वापस शुरू कर दिया।