माता के देवरे में धोक के लिए ससुराल से पीहर आईं बेटियां

- गुंजायमान रहे गगनभेदी जयकारे, महायज्ञ में उमड़े श्रद्धालु
सिरोही. वाण गांव में शतचंडी महायज्ञ को लेकर श्रद्धालुओं में उल्लास बना रहा। माता के दर्शन के लिए आसपास के कई गांवों के श्रद्धालु पहुंचे। खासकर गांव की बेटियां अपने ससुराल से पीहर आईं। मान्यता के अनुसार बेटियों ने माता को धोक लगाकर खुशहाली की कामना की। महायज्ञ को लेकर पांच दिन तक विभिन्न कार्यक्रम हुए। वेदऋचाओं के साथ ही जयकारे गुंजायमान रहे। महोत्सव गणेश आश्रम के राजूगिरी महाराज के सान्निध्य में हुआ। वहीं, उम्मेदसिंह देवड़ा, रूपसिंह राठौड़ नारणावास, भगवतसिंह डूडसी, जितेंद्रसिंह सुगालिया आदि की मौजूदगी रही।
बेटियों व दामादों ने की शिरकत
इस दौरान आचार्य प्रफुल्लभाई गोल की देखरेख में मंत्रोच्चार के साथ महायज्ञ किया गया। माता की विशेष पूजा अर्चना कर खुशहाली की कामना की गई। महोत्सव में बड़ी संख्या में वाण गांव के दामाद, बहन, बेटियां व ग्रामीणों ने उत्साह से भाग लिया।
संतों ने आशीर्वाद दिया
महोत्सव के तहत प्रथम दिन चन्दनगिरी महाराज ने भी शिरकत की तथा श्रद्धालुओं को आशीर्वाद दिया। बैंड बाजों की धुन के बीच गांव में शोभायात्रा निकाली गई। ढोल-ढमाकों की धुन पर ग्रामीणों ने जमकर नृत्य किया। वहीं, मंदिर परिसर की आकर्षक ढंग से सजावट की गई।
भजन-जागरण में झूमे श्रद्धालु
आयोजन समिति के अनुसार भजन-जागरण किया गया, जिसमें कलाकारों ने शानदार प्रस्तुति दी। महोत्सव में नारणावास सरपंच जशोदाकंवर, तनसिंह मांडाणी, नरपतसिंह निबाऊ, शांतिलाल गोल, वाण के पूर्व सरपंच फतेहसिंह देवड़ा, गेपसिंह नून, श्रीपालसिंह सुगालिया, उत्तमसिंह नून, इंदरसिंह गुजरात, वीरपालसिंह, प्रदीपसिंह, समंदरसिंह, दलपतसिंह वाण, मालमसिंह, हीरेन्द्रसिंह, शिवराजसिंह, करणसिंह, भबूतसिंह, दलपतसिंह, ईश्वरसिंह, दशरथसिंह, मानसिंह, किरणसिंह आदि मौजूद थे।