आबकारी में मंथली का खेल: ठेकेदार से रिश्वत ले रहे सीआई व पीओ गिरफ्तार

- मोटा पैसा लेकर ठेकेदारों को मनमर्जी की छूट
- दो माह की घूस ले रहे आबकारी सीआई व प्रहराधिकारी को रंगे हाथ पकड़ा
उदयपुर. आबकारी विभाग में ठेकेदारों से मंथली का खेल लम्बे समय से चल रहा है। शराब ठेकों में नियमों को ताक पर रखे जाने के बावजूद आबकारी महकमे के अधिकारी चुप्पी साधे रखते हैं। इसकी एवज में वे मोटा पैसा लेते हैं। आमतौर पर आबकारी वृत्त निरीक्षक (excise ci) व प्रहराधिकारी (excise PO) अलग-अलग रूप से मंथली लेते हैं, लेकिन उदयपुर के मावली में एक ऐसा मामला भी सामने आया है जिसमें दोनों अधिकारी एक साथ रिश्वत लेने पहुंच गए। दो माह की घूस का हिसाब लेने गए आबकारी सीआई व प्रहराधिकारी को एसीबी ने रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया। उदयपुर एसीबी (udaipur ACB) की स्पेशल यूनिट ने इस कार्रवाई को दिया।
एसीबी के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक उमेश ओझा ने बताया कि परिवादी की रिपोर्ट पर सत्यापन के बाद टीम ने गुरुवार को ट्रेप कार्रवाई की। मावली के एक शराब की दुकान पर आबकारी वृत निरीक्षक गोपीलाल सोलंकी व प्रहराधिकारी महेन्द्र जाट मंथली लेने पहुंचे थे। इसी दौरान शराब ठेका संचालक से घूस लेते हुए एसीबी टीम ने दोनों को रंगे हाथ पकड़ लिया।
एक साथ गए रिश्वत लेने
अधिकारी बताते हैं कि दोनों अधिकारी मावली आबकारी थाने में पदस्थापित है। शराब ठेके के संचालक से प्रति माह 12 हजार 500 रुपए की रिश्वत ले रहे थे। दो महीनों की मासिक बंदी इस बार एक साथ लेने गए थे। गिरफ्तार दोनों आरोपियों से एसीबी टीम पूछताछ में जुटी हुई है।
जालोर का रहने वाला है सीआई
जानकारी के अनुसार एसीबी की गिरफ्त में आया आरोपी सीआई गोपीलाल सोलंकी जालोर जिले में बागरा गांव का निवासी है। वहीं, महेन्द्रकुमार जाट झुंझुनूं जिले के खेतड़ी क्षेत्र में सेजरा का रहने वाला है। महेंद्रकुमार जाट की सेवानिवृत्ति करीब चार साल बाद है।#Monthly game in excise: CI and PO arrested for taking bribe from contractor in udaipur