क्षेत्र के बारह गांवों में बुखार का प्रकोप ज्यादा, महकमा बता रहा बीमारी अज्ञात
भरतपुर. जिले के मेवात इलाके में तेज बुखार से पिछले 25 दिनों में 12 लोगों की मौत हो चुकी है। इनमें पांच बच्चे हैं। करीब 12 गांव में बुखार का प्रकोप ज्यादा देखने को मिल रहा है। लोगों का कहना है कि यह मौतें डेंगू की वजह से हुई हैं, लेकिन चिकित्सा महकमा न तो डेंगू की पुष्टि कर रहा है और न ही किसी और बीमारी की। लिहाजा अज्ञात बीमारी मानते हुए घर-घर सर्वे करवाया जा रहा है।
मेवात इलाके के करीब 12 गांव के बुखार के प्रकोप से जूझ रहे हैं। कामां तहसील के इंद्रोली, विलोंद, बड़कली, सबलाना, विलग, लाड़लाका, मुसेपुर, उदाका, ढिलावती, पाई व जुरहरा में अब भी 50 से ज्यादा लोगों को बुखार की सूचना है। वैसे चिकित्सा विभाग लगातार गांव में सर्वे कर रहा है। साथ ही घर-घर जाकर लोगों को दवाइयां दी जा रही हैं।
डेंगू मरीजों को रैफर किया
अधिकारियों के मुताबिक जिन इलाकों में बुखार से ग्रसित लोगों की खबरें आ रही हैं। कुछ गांव में डेंगू के 7 मरीज सामने आए हैं, जिनको उपचार के लिए कामां भेजा गया है। सभी इलाकों का सर्वे किया जा रहा है, लेकिन उनमें डेंगू या मलेरिया की बात सामने नहीं आ रही। सभी इलाकों में एंटी लार्वा और फॉगिंग का काम चल रहा है। सूचना के हिसाब से मेडिकल टीम काम कर रही है।
तेज बुखार से हो रही मौतें
उधर, कामां के ब्लॉक सीएमओ केडी शर्मा बताते हैं कि मौसमी बीमारी के कारण कस्बे में तेज बुखार से मौतें हो रही हैं। मौसमी बीमारी की वजह से लोगों के प्लेटलेट्स कम हो रहे हैं, जिससे लोगों को लग रहा है कि वह मौत डेंगू की वजह से हुई है। वैसे कई बीमारियों में प्लेटलेट्स गिरते हैं।
रिपोर्ट के बाद स्पष्ट होगी स्थिति
उधर, इंद्रोली गांव में चार दिनों में तीन बच्चों की मौत हो चुकी है। इन तीनों बच्चों को कई दिनों से बुखार था। गांव में कई बच्चे व अन्य लोग बीमार हैं। बच्चों की मौतों को लेकर ब्लॉक सीएमओ बताते हैं कि गांव में सर्वे करवाया जा रहा है। इसके साथ ही गांव में बीमार लोगों के सैंपल भी लिए जा रहे हैं। रिपोर्ट आने के बाद ही पता चल हो पाएगा कि गांव में किस तरह की बीमारी फैली हुई है।#Diseases spread in Mewat, 12 died in 25 days