
- पूर्व मुख्यमंत्री का काफिला मानों किसी स्पीड ब्रेकर पर थमा हो
- कार्यकर्ताओं के मन में ही रह गई चहेते नेता को सुनने की आस
सिरोही. पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत रविवार को सिरोही होते हुए उदयपुर निकले। उनके आगमन की खुशी में कार्यकर्ताओं ने बाहरीघाटा हनुमान मंदिर के समीप स्वागत समारोह रखा, लेकिन दो घंटे तक धूप में तपते रहने के बावजूद कार्यकर्ताओं को महज पांच मिनट ही मिल सके। कई कार्यकर्ता अपने चहेते नेता को सुनने आए थे, लेकिन आस मन में ही रह गई। पूर्व मुख्यमंत्री ने मालाएं पहनाने आए कार्यकर्ताओं के हाथों से मालाएं लेकर वापस उन्हीं को पहना दी। कतारबद्ध खड़े कार्यकर्ताओं ने चलते-चलते ही उनका दीदार किया और कुछ ही देर में उनका वाहन आगे के लिए प्रस्थान कर गया। पूर्व मुख्यमंत्री का काफिला इतने अल्प समय के लिए यहां रूका, मानों किसी स्पीड ब्रेकर पर वाहन ठहर गए हो। फोरलेन पर सिरोही में प्रवेश से कुछ पहले ही वे एक रेस्तरां व रिको क्षेत्र में भी रूके और पिण्डवाड़ा में जनापुर सर्किल के पास स्वागत सत्कार हुआ। लिहाजा बाहरीघाटा में उनकी ओर से महज पांच मिनट का समय ही निकाला जाना चर्चा का विषय बना रहा।
निर्धारित नहीं किया दर्शन-वंदन कार्यक्रम
बताया जा रहा है कि हनुमान मंदिर में दर्शन-वंदन का कार्यक्रम तक निर्धारित नहीं किया गया। मंदिर के बाहर ही स्वागत किया और उनका वाहन प्रस्थान कर गया, लेकिन मंदिर में पूजा-अर्चना नहीं करवाई गई। बताया गया कि समय कम होने से वे ऐसा नहीं कर पाए। वैसे चुनावी मौसम होता तो मंदिर में धोक भी जरूर लगाई जाती।
गहलोत और पायलट: स्वागत के नजारे अलग-अलग
पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की तरह ही सचिन पायलट भी कांग्रेस में बड़ा कद रखते हैं। कुछ दिन पहले वे भी सिरोही का दौरा कर चुके हैं, लेकिन इन दोनों के आगमन के नजारे कुछ अलग-अलग दिखे। पायलट के आगमन पर कार्यकर्ताओं की संख्या कम थी और जिले के कई पदाधिकारी नदारद थे। यहां तक कि जिलाध्यक्ष भी नजर नहीं आए थे। वहीं, पूर्व मुख्यमंत्री के स्वागत कार्यक्रम में जिले के कई पदाधिकारी मौजूद रहे। पायलट का स्वागत कार्यकर्ताओं ने जेसीबी पर खड़े रहकर पुष्पवृष्टि से किया था, लेकिन यहां जेसीबी नजर नहीं आया। यह दिलचस्प रहा कि सचिन पायलट उदयपुर से देसूरी, सांडेराव होते हुए सिरोही के रास्ते मेर मांडवाड़ा गए थे। विभिन्न कार्यक्रमों में शिरकत करने के बाद वे वापस उदयपुर होते हुए प्रस्थान कर गए। वहीं, पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने भी सांडेराव, सिरोही होते हुए उदयपुर के लिए प्रस्थान किया।