- राजमहल से निकली पालकी में बिराजित रहे भगवान पदमनाभ
- देवझूलनी एकादशी पर सजी पालकियां, उमड़े दर्शनार्थी
सिरोही. देवझूलनी एकादशी जिलेभर में उल्लास से मनाई गई। भगवान ठाकुरजी की पालकी यात्रा निकाली गई। इसमें श्रद्धालुओं का सैलाब उमड़ पड़ा। प्रभु के दर्शन करने को लोग लालायित दिखे। पालकी यात्रा भ्रमण कर वापस मंदिर पहुंच कर विसर्जित हुई।
सिरोही में ठाकुरजी राजसी ठाठ से भ्रमण को निकले। राजमहल से निकली पालकी यात्रा में भगवान पदमनाभ बिराजमान रहे। पालकी यात्रा में आगे राजचिह्न और नगारची चलते रहे। ठाकुरजी को एकटक निहारने की ललक में दर्शनार्थी रास्तेभर उमड़े रहे। पालकी यात्रा विभिन्न मार्गों से होते हुए पुराना बस स्टैंड स्थित लाखेराव तालाब पहुंची। यहां भगवान को स्नान करवाया गया। पूजा-आराधना के बाद पालकी यात्रा वापस रवाना हुई तथा मंदिरों तक पहुंची। पूर्व राजघराने के सदस्य देवतसिंह देवड़ा समेत कई गणमान्य लोग पालकी यात्रा में शामिल रहे। इस दौरान श्रद्धालुओं ने हाथी घोड़ा पालकी जय कन्हैयालाल की और भूरिया बाबा के जयकारे लगाए।
देवालयों में किया ध्वजारोहण
देवझूलनी एकादशी (Devjhulni_Ekadashi2022) के उपलक्ष्य में देवालयों पर ध्वजारोहण किया गया। सिरोही में पूर्व राजघराने के सदस्य देवतसिंह देवड़ा ने पदमनाभ मंदिर में महाआरती की। इसके बाद पालकी यात्रा आरंभ हुई। राजमहल से रेवाड़ी निकलते ही विभिन्न मंदिरों की पालकियां भी इसमें शामिल होने लगी। पालकी यात्रा के दौरान शहर में मेले सा माहौल रहा।
शुरू हुआ रेबारी समाज का मेला
पालकी यात्रा के साथ ही सिरोही के आराध्य सारणेश्वर महादेव मंदिर (SARNESWAR TEMPLE SIROHI) का दो दिवसीय मेला भी शुरू हो गया। एकादशी पर खासतौर से रेबारी समाज (REBARI SAMAJ) का मेला सजता है। इस दौरान मेला स्थल एवं मंदिर परिसर में मेलार्थियों की आवाजाही रही। सारणेश्वर महादेव के दर्शन कर खुशहाली की कामना की गई। सामाजिक नियमों के तहत समाज के लोग इस मेले में परम्परागत वेशभूषा में ही शिरकत करते हैं।