राजस्थान में जाली करेंसी का कारखाना, देशभर में खपाए नोट
- पुलिस की छापामारी में पौने तीन करोड़ की करेंसी जब्त
- हवाला के जरिए कई शहरों में जा रहे थे करोड़ों के जाली नोट
बीकानेर. बीकानेर जिला पुलिस ने एक कार्रवाई करते हुए जाली करेंसी का कारखाना पकड़ा है। यहां से करीब पौने तीन करोड़ की करेंसी जब्त की गई। साथ ही तीन जनों को गिरफ्तार किया गया। इनके अन्य तीन साथियों को भी अलग-अलग जगहों से हिरासत में लिया गया। बताया जा रहा है कि इस कारखाने में जाली करेंसी छापने के बाद देशभर के विभिन्न शहरों में खपाया जा रहा था। हवाला कारोबारियों के जरिए कई शहरों में जाली नोटों की खेप भेजी जा चुकी थी। वहीं, कार्रवाई के दौरान भी गैंग का एक सदस्य दिल्ली में ही था, जो किसी डील के लिए गया था। बताया जा रहा है कि हवाला कारोबारियों तक इस करेंसी को पहुंचाने का काम दीपक रैगर करता था। बीकानेर में हुई इस कार्रवाई की भनक लगते ही वह दिल्ली से भाग गया। लेकिन, इनपुट के आधार पर पुलिस ने उसे करनाल से दबोच लिया।#Bikaner police caught fake currency factory, seized currency worth about three and a half crores
जाल बिछाकर पकड़ा जाली नोट का कारखाना
पुलिस के अनुसार लूणकरनसर में जाली नोट छपाई का इनपुट मिलने पर मुखबिर तंत्र तेज किया गया। छानबीन में पता चला कि जयनारायण व्यास थाने के नजदीक के एक मकान में यह कारखाना चलाया जा रहा है। सूचना के आधार पर पुलिस ने वृंदावन एन्क्लेव के मकान नंबर 670 में छापा मारा। वहां नोट छापने की मशीन लगी मिली। रविकांत जाखड़, नरेंद्र शर्मा उर्फ विक्की व मालचंद शर्मा को गिरफ्तार किया गया। वहीं, मकान में रखे 2 करोड़ 74 लाख रुपए भी जब्त कर लिए। इस दौरान चंपालाल शर्मा उर्फ नवीन सारस्वत, पूनमचंद शर्मा व राकेश सारस्वत फरार हो गए। इन तीनों को नोखा के पास से गिरफ्तार किया गया। सभी आरोपी बीकानेर व आसपास के निवासी हैं।
खपा दी करोड़ों की करेंसी
बताया जा रहा है कि इस मकान में पिछले करीब एक साल से जाली करेंसी छापी जा रही थी। यहां से करोड़ों रुपए के जाली नोट हवाला कारोबारियों के जरिए देशभर के विभिन्न शहरों में पहुंचाए जा रहे थे। इसमें दिल्ली, कोलकाता, मुंबई, सूरत, अहमदाबाद, चेन्नई, बेंगलूरू, पूणे, पटना, गुवाहाटी, लुधियाना, चंडीगढ़, बनारस, गाजियाबाद समेत कई शहर शामिल है। इन शहरों में कितने रुपए पहुंचाए गए इसका हिसाब अभी नहीं मिल पाया है।
पहले से ही लिप्त है जाली नोट बनाने में
बताया जा रहा है कि इस पूरे गिरोह का सरगना चंपालाल शर्मा उर्फ नवीन है। नोटबंदी के दौरान नवीन से पांच करोड़ दस लाख रुपए बरामद हुए थे। मामला बीछवाल थाना (बीकानेर) में दर्ज है। वहीं, विक्की उर्फ नरेंद्र शर्मा के खिलाफ 2019 में पालनपुर (गुजरात) में मामला दर्ज है। तब उसने 43 लाख रुपए के नकली नोट छापे थे। वो इस मामले में गुजरात जेल में रह चुका है। उस मामले में 27 जुलाई को ही उसकी पेशी होने वाली है।
इस सीरीज के फर्जी नोट बाजार में
दो हजार के नोट – 8NA750831, 4LH269605, 4LH044149, 5AA807418, 7KM369289, 6GC313798, 2KB316978, 4BD189402, 5LE213589, 8FU151819, 2AU324384, 0CV804572, 1BM114532
500 के नोट – 2ML216390, 2BQ062586, 2TG253211, 1FE355905, 4UB132101, 2BF0272569, 1BQ910750, 1AU391896, 1BK037295