- गहलोत के साथ ही पायलट गुट के विधायकों को भी दिया मौका
जयपुर. बहुप्रतीक्षित गहलोत मंत्रिमंडल का विस्तार आखिर रविवार को हो गया। इसमें 11 कैबिनेट व 4 राज्यमंत्री बनाए गए हैं, जिन्होंने शपथ ली। इसमें मुख्यमंत्री गहलोत के साथ ही सचिन पायलट गुट के विधायकों को भी मौका दिया गया है। माना जा रहा है कि मंत्रीमंडल में संतुलन बनाया गया है, ताकि गुटबाजी न हो।
समारोह में राज्यपाल ने सबसे पहले हेमाराम चौधरी को शपथ दिलाई। दूसरे नंबर पर महेंद्रजीतसिंह मालवीय व तीसरे नंबर पर रामलाल जाट ने शपथ ली। इसके बाद महेश जोशी व पांचवें नंबर पर विश्वेंद्रसिंह ने शपथ ली। महेश जोशी को गहलोत का संकटमोचक माना जाता है। छठे नंबर पर रमेश मीणा को शपथ दिलाई गई। सातवें नंबर पर ममता भूपेश और आठवें नंबर पर भजनलाल जाटव ने शपथ ली। इसके बाद टीकाराम जूली, गोविंदराम मेघवाल, शकुंतला रावत को शपथ दिलाई गई। राज्यमंत्री के तौर पर सबसे पहले बृजेंद्रसिंह ओला ने शपथ ली। इसके बाद मुरारीलाल मीणा, राजेंद्रसिंह गुढ़ा व जाहिदा ने शपथ ली।
सरकार से नाराज थे, अब मंत्री बनाया
बाड़मेर जिले से विधायक हेमाराम चौधरी पिछली बार भी गहलोत सरकार में राजस्व मंत्री थे। गत मई माह में राज्य सरकार से नाराज होकर अपने क्षेत्र की उपेक्षा का आरोप लगाते हुए विधायक पद से इस्तीफा दे दिया था। हरीश चौधरी की जगह बाड़मेर से अब हेमाराम को मौका दिया गया है।
सीएम के पैर छूकर आशीर्वाद लिया
मंत्री बने रामलाल जाट मुख्यमंत्री के खास माने जाते हैं। शपथ के बाद उन्होंने सीएम के पैर छुए। वहीं, ममता भूपेश को राज्यमंत्री से कैबिनेट मंत्री के तौर पर प्रमोट किया गया है। उन्होंने भी शपथ के बाद सीएम के पैर छुए। मंत्री बनीं जाहिदा ने अंग्रेजी में शपथ ली।
एडवाइजर बनाकर करेंगे एडजस्ट
बताया जा रहा है कि मंत्रिमंडल फेरबदल में जो विधायक जगह नहीं बना पाए हैं, उनको अब संसदीय सचिव व सीएम के एडवाइजर बनाकर एडजस्ट किया जाएगा। इसमें 15 नए संसदीय सचिव व 7 विधायकों को सीएम का एडवाइजर बनाकर मंत्री का दर्जा दिया जाएगा। इनमें बसपा से कांग्रेस में आए पांच विधायक एवं निर्दलीय विधायकों के साथ कांग्रेस के कुछ विधायक भी शामिल होने का अनुमान है।#Expansion of the much-awaited cabinet in Rajasthan, Hemaram was first administered the oath